पुलिस को पीटने में 30 घंटे बाद गिरफ्तार हुए कुल 4 आरोपित
-अलीपुर अदालत ने 17 अगस्त तक आरोपितों को पुलिस रिमांड पर भेजा -कोलकाता पुलिस आयुक्त ने ट
-अलीपुर अदालत ने 17 अगस्त तक आरोपितों को पुलिस रिमांड पर भेजा
-कोलकाता पुलिस आयुक्त ने टालीगंज थाने के ओसी से किया जवाब तलब
-नशेड़ी बाइक चालक को पकड़ने पर भीड़ ने थाने पर बोला था हमला
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नशेड़ी बाइक चालक को पकड़ने पर भीड़ द्वारा थाने में घुसकर पुलिस कर्मियों को पीटने की घटना के करीब तीस घंटे बाद कुल 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा सका। कोर्ट ने 2 आरोपितों को 17 अगस्त तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उधर, थाने में हुई घटना और एफआइआर में देरी से नाराज सीपी ने टालीगंज थाने के ओसी से जवाब तलब किया है। बता दें कि गत रविवार रात नशे में धुत होकर बाइक चलाने के आरोप में चेतला निवासी रंजन हलदर को हिरासत में लेकर पुलिस उसे थाने ले आई थी। इसकी भनक लगते ही करीब महिलाओं समेत 40-50 लोगों की भीड़ ने थाने पर चढ़ाई कर दी थी। आरोपितों को छुड़ाने के लिए भीड़ ने थाने के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद अंदर घुसकर पुलिस कर्मियों को जमकर पीटा था जिसमें पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद आरोपित के परिजनों ने पुलिस के खिलाफ की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। लेकिन पुलिस को घटना में स्वत: संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट दर्ज करने में 11 घंटे लग गए थे। मामले के तूल पकड़ने पर कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने थाने के ओसी अनूप घोष की भूमिका पर नाराजगी जताई थी। साथ ही आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की पहचान कर विभिन्न स्थानों में दबिशें डालकर घटना के करीब तीस घंटे बाद दीपक अधिकारी उर्फ लाला और छुट्का दुलई उर्फ भाई को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मंगलवार सुबह आरोपितों को अलीपुर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 17 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। उधर, पुलिस ने शाम को पुतुल नस्कर और प्रतिमा नामक 2 और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि पुतुल के नेतृत्व में ही थाने पर हमला बोला गया था। उधर, सोमवार शाम टालीगंज थाने पहुंचे खुफिया विभाग के मुखिया मुरलीधर शर्मा और डीसी साउथ मिराज खालिद ने घटना की जांच कर प्राथमिक रिपोर्ट सीपी अनुज शर्मा को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर सीपी ने थाने के ओसी अनूप घोष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उधर, मेयर फिरहाद हकीम ने घटना को व्यक्तिगत करार दिया। कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था कायम है। कानून अपना काम करेगा इसमें किसी को दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए।
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