सीआइबी ने जब्त किए 3.5 लाख के ई-टिकट, 3 गिरफ्तार
-नेत्रा में बुक स्टाल और उस्ती में ट्रेवल एजेंसी की आड़ में चल रहा था कालाबाजारी का खेल
-नेत्रा में बुक स्टाल और उस्ती में ट्रेवल एजेंसी की आड़ में चल रहा था कालाबाजारी का खेल
-नगदी, मोबाइल, 2 सीपीयू और 2 मॉनीटर को किया गया जब्त जागरण संवाददाता, कोलकाता : पूर्व रेलवे मुख्यालय की क्राइम इंटेलीजेंस ब्रांच (सीआइबी) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सियालदह डिवीजन के सोनारपुर में बुक स्टॉल और ट्रेवल एजेंसी पर छापेमारी कर 3.5 लाख से अधिक के नए व पुराने ई-टिकट बरामद किए गए हैं। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीआइबी मुख्यालय की इस सफलता के बाद रेल टिकट की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सियालदह सीआइबी की सक्रियता पर सवाल उठने लगे हैं।
सूत्रों के अनुसार सियालदह डिवीजन के साउथ शाखा में लंबे समय से रेल टिकट की कालाबाजारी किए जाने की सूचना मिल रही थी। बीते दिन मुखबिर की सूचना पर सीआइबी (मुख्यालय) में तैनात इंस्पेक्टर विजय कुमार के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार और कांस्टेबल संगीथ कुमार की टीम ने सोनारपुर आरपीएफ के साथ नेत्रा रेलवे स्टेशन के पास न्यू बुक स्टाल नामक दुकान पर छापा मारा। मौके से 36,530 रूपये कीमत के 11 लाइव ई-टिकट, 2 लाख 87 हजार 807 रूपये कीमत के 98 पुराने टिकट बरामद हुए। टीम ने टिकट की कालाबाजारी में इस्तेमाल किए गए एक सीपीयू, एक मॉनीटर, एक मोबाइल तथा 1100 की नगदी भी जब्त कर ली। इस मामले में एक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम अबु होरायाह वैद्य पुत्र हैदर अली वैद्य निवासी दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर थाना अंतर्गत नेत्रा का मालंछा बताया। इसके बाद सीबीआइ मुख्यालय की टीम ने देवला स्टेशन के पास उस्ती में स्थित गाजी टेली सेंटर नामक दुकान में छापेमारी कर दी। मौके से 28020 रूपये कीमत के 7 पुराने ई-टिकट बरामद किए गए। सीआइबी ने दुकान से एक सीपीयू, एक मॉनीटर तथा चार सौ की नगदी को जब्त किया गया। इस मामले में पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मोहम्मद तैमूर हुसैन पुत्र स्व. याजुद्दीन गाजी तथा रशीदुजर्मन गाजी निवासी दक्षिण 24 परगना जिले के उस्ती थाना अंतर्गत केनस्ली का जहांगीरगढ़ गांव बताया। तीनों आरोपितों के खिलाफ सोनारपुर आरपीएफ पोस्ट में 143 रेलवे एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। सीआइबी मुख्यालय की टीम को मिली सफलता के बाद सियालदह डिवीजन में टिकट दलालों की सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।