पूर्व रेलवे में विभिन्न विभागों के 1892 पद होंगे सरेंडर
-रेलवे ने पदों के समर्पण को बताया वार्षिक प्रक्रिया रेल यूनियनों ने लगाया निजीकरण का आरोप
-रेलवे ने पदों के समर्पण को बताया वार्षिक प्रक्रिया, रेल यूनियनों ने लगाया निजीकरण का आरोप
जागरण संवाददाता, कोलकाता : शीघ्र ही पूर्व रेलवे में अलग अलग विभागों के 1829 पदों को खत्म कर दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। उधर, रेलवे ने इसे वार्षिक प्रक्रिया बताया है। जबकि रेल यूनियनों ने इसे रेलवे द्वारा निजीकरण की ओर बढ़ने का आरोप लगाया है।
सूत्रों के अनुसार रेलवे की ओर से प्रति वर्ष नियमानुसार कुछ पदों को समाप्त किया जाता है लेकिन सुरक्षा से जुड़े पदों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है। लेकिन इस दफा सुरक्षा से जुड़े पदों को भी समाप्त करने की ओर रेलवे ने कदम बढ़ा दिया है। सूत्रों की माने तो बोर्ड के आदेशानुसार पूर्व रेलवे में मैकेनिकल विभाग के 562 पद, इलेक्ट्रिकल के 350, परिवहन के 222, वाणिज्य विभाग के 129, सिविल इंजीनियरिंग के 358, सिग्नल एवं टेलीकॉम के 79, मेडिकल के 55, प्रशासनिक (सामान्य) के 25, कार्मिक के 35, लेखा विभाग के 31 तथा स्टोर के 46 कुल मिलाकर 1892 पदों को समाप्त किए जाने की तैयारी है। उधर, रेलवे का तर्क है कि नियमानुसार महत्वहीन पदों को समाप्त करने के साथ ही आवश्यकता को पूरा करने के लिए नए पदों को भी बनाया जाता है। समाप्त किए जाने वाले पद गैर-सुरक्षा और निरर्थक श्रेणियों में हैं। पदों के सरेंडर की प्रक्रिया से मौजूदा कर्मचारियों पर कोई असर नहीं पड़ता है। जरूरत के हिसाब से खाली पदों को भरने के लिए आरआरबी और आरआरसी के माध्यम से कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। उधर, रेल यूनियनों ने रेलवे के इस कदम का विरोध करना शुरू कर दिया है।