राजनीति का फिर धुरी बनेगा जंगल महल
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में जंगल महल के फिर महत्वपूर्
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में जंगल महल के फिर महत्वपूर्ण धुरी बने रहने की संभावना है। पंचायत चुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता से उत्साहित भाजपा यहां गतिविधियां बढ़ाना चाह रही है, वहीं जमीन छिन जाने से सकते में नजर आ रही टीएमसी भी आसानी से हार मानने को तैयार नहीं है। इसे लेकर जल्द ही जंगल महल में वीआइपी दौरे तेज होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
2008 से 2011 के दौरान माओवाद के दौर में ही जंगल महल में शासक दल टीएमसी ने अपने पांव मजबूती से जमा लिए थे। इससे पार्टी नेताओं को चुनाव दर चुनाव सफलता की उम्मीद थी, लेकिन इस बार के पंचायत चुनाव ने टीएमसी खेमे में खलबली मचा दी है, क्योंकि तीन पंचायत समितियों पर भाजपा का कब्जा हो गया है। टीएमसी नेता इससे सकते में हैं, क्योंकि यह उनके लिए अप्रत्याशित है। हार के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट शुरू हो चुका है। शीर्ष नेताओं की एक खेप जंगल महल का दौरा कर चुकी है, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के जल्द दौरे की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिससे लोकसभा चुनाव तक डैमेज कंट्रोल हो सके। पार्टी जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि फिलहाल दौरे का कार्यक्रम तय नहीं है, लेकिन हम आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिलने की वजहों का विश्लेषण कर रहे हैं, वहीं भाजपा भी जंगल महल में सांगठनिक मजबूती के लिए प्रयासरत नजर आ रही है। इस खेमे से भी दौरे की अटकलें लग रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुखमय सत्पथी ने कहा कि हमें और अच्छे परिणाम की उम्मीद थी। हम इस क्षेत्र में और मेहनत करेंगे। जिससे लोकसभा चुनाव के परिणाम और बेहतर हो सके।