वायुसेना स्टेशन सलुआ ने पेश की मिसाल
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर लोकल स्थित वायुसेना स्टेशन सल
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर लोकल स्थित वायुसेना स्टेशन सलुआ में साल भर आयोजित विभिन्न क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का वार्षिक समापन समारोह गुरुवार को आयोजित किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर सीआरपीएफ-मेदिनीपुर रेंज के डीआइजी (अभियान) अनिल कुमार चर्तुवेदी उपस्थित रहे। समारोह की अध्यक्षता वायुसेना स्टेशन सलुआ के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन समीर ने किया।
मैत्रीभाव एवं परस्पर सहयोगिता का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करते हुए वायुसेना स्टेशन सलुआ द्वारा न सिर्फ अपने वायुयोद्धाओं, बल्कि इएफआर, सीआरपीएफ-165 बटालियन व केंद्रीय विद्यालयों की टीमों को भी आमंत्रित किया गया। मैत्री वॉलीबॉल मैच का फाइनल सीआरपीएफ व एएफएस सलुआ के बीच खेला गया। मेजबान टीम ने सीआरपीएफ टीम को 4-1 से पटखनी दी। सीआरपीएफ डीआइजी अनिल कुमार चर्तुवेदी एवं स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन समीर ने विजेताओं को मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। बताया गया कि एएफएस सलुआ द्वारा साल भर आयोजित क्रिकेट, वॉलीबॉल, फुटबॉल, कैरम, शतरंज, शू¨टग प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने जबर्दस्त उत्साह का परिचय देते हुए आपसी प्रतिस्पर्धा का सर्वोच्च स्तर कायम किया। ओवरऑल चैंपियन ओपीएस ग्रुप रहा, जिसने ¨वग कमांडर राजकुमार के नेतृत्व में रो¨लग ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। डीआइजी चर्तुवेदी ने एएफएस सलुआ के प्रयासों की सराहना करते कहा कि उम्मीद है कि भविष्य में भी इस तरह के मैत्रीभावना से परिपूर्ण क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का आयोजन जारी रहेगा। स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन समीर ने विगत एक वर्ष के दौरान एएफएस सलुआ द्वारा आयोजित क्रीड़ा प्रतियोगिताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल एक ऐसा माध्यम है जिससे न सिर्फ प्रतिभाएं निखर कर सामने आती हैं, बल्कि सैनिकों में नेतृत्व की भावना भी पैदा करता है। समारोह का संचालन करते हुए क्रीड़ा अधिकारी स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप जैन ने सभी टीमों का धन्यवाद ज्ञपित करते हुए आने वाले समय में आयोजित होने वाली क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में सैनिकों को बढ़-चढ़कर भाग लेने को प्रेरित किया। समारोह की सफलता में माआव अतर ¨सह यादव, वाअ मुकेश चड्ढा, जूवाअ केसी टेलर, वाअ चौधरी, सार्जेंट सतीश, सार्जेंट रोहताश, कार्पोल गणपत, कार्पोल अमित विष्ठ का उल्लेखनीय योगदान रहा।