जल्द खुलासे का बढ़ता दबाव
राज्य के दो अन्य क्षेत्रों के साथ ही पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत सबंग वि
संवाद सहयोगी, खड़गपुर : राज्य के दो अन्य क्षेत्रों के साथ ही पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत सबंग विधानसभा उपचुनाव को ले सभी खेमों में उम्मीदवारी को ले स्थिति स्पष्ट करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। हर संगठन इस मुद्दे पर जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट कर लेने की आपाधापी में है।
पूर्व कांग्रेस नेता व विधायक मानस भुइयां के इस्तीफे और टीएमसी में शामिल होने के बाद राज्य सभा के लिए चुने जाने की वजह से सबंग विधानसभा सीट रिक्त हुई है। कालीपूजा के बाद ही इस सीट पर उपचुनाव की गहमागहमी शुरू होने की उम्मीद है। लिहाजा हर दल में उम्मीदवार तय करने का भारी दबाव है। परिस्थितियां बदलने की वजह से हर संगठन चुनाव में किस्मत आजमाने को बेताब है। 2016 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वाममोर्चा ने मिल कर किस्मत आजमाई थी, जिसके चलते कांग्रेस को सफलता मिल पाई थी, लेकिन इस बार दोनों अलग-अलग है और खुद को साबित करने के अवसर के तौर पर चुनाव को ले रहे हैं। कांग्रेस की जिला समिति के कार्यकारी अध्यक्ष समीर राय ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव होने पर सबंग में कांग्रेसी परचम फहरने से कोई नहीं रोक सकता, वहीं चुनाव को ले सबसे ज्यादा दबाव में टीएमसी है, क्योंकि यह उसके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। अन्यथा इसका बुरा असर पंचायत चुनाव पर पड़ना तय माना जा रहा है। हर खेमे पर दीपावली बाद उम्मीदवारों की घोषणा का दबाव है। टीएमसी जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि चुनावी रणनीति और योजनाओं का खुलासा समय आने पर किया जाएगा।