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भुइयां समेत 270 ने थामा भाजपा का दामन

पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के सुभाषनगर स्थित जिला कार्यालय मे

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 06:28 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 06:28 PM (IST)
भुइयां समेत 270 ने थामा भाजपा का दामन
भुइयां समेत 270 ने थामा भाजपा का दामन

संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के सुभाषनगर स्थित जिला कार्यालय में मंगलवार को फारवर्ड ब्लॉक के पूर्व जिला सचिव सुकुमार भुइयां समेत कुल 270 राजनैतिक कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। जिलाध्यक्ष समित दास ने पार्टी में आने वालों को दलीय ध्वज थमा कर उनका स्वागत किया।

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दास ने कहा कि पार्टी में शामिल होने वालों में नारायणगढ़ तथा शालबनी प्रखंड समेत अन्यान्य हिस्सों के राजनैतिक कार्यकर्ता शामिल हैं। पहले सभी किसी न किसी दूसरे दल से जुड़े थे। भाजपा में शामिल होने के बाबत इन लोगों ने आवेदन दे रखा था, जिसका संज्ञान लेते हुए सभी को पार्टी में शामिल कर लिया गया। दास ने कहा कि भाजपा का सदस्यता अभियान आगामी छह जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगा। इस बार जिले में तीन लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य है। हमारी कोशिश पहले ही दिन करीब एक लाख सदस्य बनाने की रहेगी। इस बार सदस्यता के नियमों में कुछ परिवर्तन किया गया है। पिछली बार जिले 60 हजार लोगों ने सदस्यता के लिए आवेदन किया था। मोबाइल पर मिस्ड कॉल के जरिए बने सदस्यों में 25 हजार का बाद में पता नहीं लग पाया। नंबर बदल जाने या आवेदक के कहीं बाहर चले जाने की वजह से उनसे संपर्क नहीं किया जा सका। इस बार मिस्ड कॉल करने के बाद आवेदक के क्षेत्र के स्थानीय कार्यकर्ताओं के अनुमोदन के बाद ही सदस्य बनाया जाएगा। जिसके नाम किसी प्रकार का गंभीर आरोप होगा उसे कतई सदस्यता नहीं दी जाएगी। इस मामले में संगठन अपना कड़ा रुख बनाए रखेगी। यह पूछे जाने पर कि दल में शामिल हुए सुकुमार भुइयां के नाम भी गबन के गंभीर आरोप हैं। वे गिरफ्तार भी हो चुके हैं। फिर उन्हें दल में कैसे शामिल किया गया। दास ने कहा पार्टी प्रदेश नेतृत्व के क्लीन चिट दिए जाने के बाद उन्हें पार्टी में शामिल किया गया। बता दें कि भुइयां फारवर्ड ब्लॉक के पूर्व जिला सचिव रहने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने 2016 में डेबरा से दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव भी लड़ा था, लेकिन कुछ दिन बाद वे टीएमसी में चले गए थे। गबन के आरोपों के बाद वे हाशिये पर थे।


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