बुलबुल का प्रभाव से 2100 मकान क्षतिग्रस्त
जेएनएन खड़गपुर पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत विभिन्न भागों में तूफान बुलबुल के प्रभाव से
जेएनएन, खड़गपुर : पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत विभिन्न भागों में तूफान बुलबुल के प्रभाव से करीब 2100 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, वहीं दीवार दहने से पूर्व मेदिनीपुर में एक महिला की मौत हो गई।
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के अपर जिलाधिकारी प्रतिमा दास ने कहा कि तूफान बुलबुल के प्रभाव का प्रशासनिक स्तर पर आकलन शुरू कर दिया गया है। विभिन्न प्रखंडों से मिली जानकारी के मुताबिक तकरीबन 900 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। केवल एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। इसे रहने के लिए अयोग्य घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से प्रभावित किसानों की स्थिति का आकलन किया जा रहा है। जल्द ही प्रतिवेदन मिल जाने की संभावना है।
दूसरी ओर बुलबुल के प्रभाव के फलस्वरूप जिले के किसानों में अफरा-तफरी की स्थिति है। जानकारी के मुताबिक भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित धान की फसल लगाने वाले किसान हैं, क्योंकि यह समय कटाई का है। किसान फसल काटने की सोच ही रहे थे कि बेमौसम की बरसात हो गई। इससे खड़ी फसल का अधिकांश हिस्सा बर्बाद हो गया। बुलबुल तूफान का व्यापक असर पूर्व मेदिनीपुर जिले पर भी पड़ा। बारिश के चलते खेजुरी, नंदीग्राम और रामनगर प्रखंडों में धान की खड़ी फसल को व्यापक क्षति पहुंची। वहीं जिले में करीब डेढ़ हजार मकानों के क्षतिग्रस्त होने का अनुमान है। नंदीग्राम के पेटुरिया में भारी बारिश से कच्चे मकान के ढहने से दीवार के नीचे दब कर विवाहिता सुलता दास (26) की मौत हो गई, जबकि उसके पति और दो बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिले में लगभग 1200 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। रविवार को स्थानीय विधायक व राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने पीड़ति परिवार से मुलाकात कर दो लाख रुपयों का चेक सौंपा। अधिकारी ने दास परिवार के दोनों बच्चों के इलाज का खर्च खुद वहन करने की बात भी कही। जिलाधिकारी पार्थ घोष ने जनपद के विभिन्न भागों का दौरा कर हुए नुकसान का जायजा लेने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि जल्द ही बुलबुल के प्रभाव को लेकर निर्ष्कष पर पहुंचा जा सकेगा।