दो दिनों की बारिश से चाय बागान मालिकों को जगी उम्मीदें
- फसल अच्छी होने की संभावना अच्छी गुणवत्ता की चाय पत्ती होने की उम्मीद संवाद सूत्र नागरा
- फसल अच्छी होने की संभावना, अच्छी गुणवत्ता की चाय पत्ती होने की उम्मीद
संवाद सूत्र, नागराकाटा: दो दिनों की हल्की बारिश से बागानों में कीड़ा लगने से बचा दिया है। साथ ही कृत्रिम तरीके से पानी छिड़काव के खर्च को भी कुछ हद तक कम कर दिया है। विशेषज्ञों की माने तो ऐसी ही बारिश अगर कुछ दिनों तक हुई तो अच्छी गुणवत्ता वाली चाय पत्ती होगी। वहीं मौसम विभाग की माने तो आगामी 24 जनवरी तक बारिश होने की संभावना है।
चाय वैज्ञानिक और चाय शोध संस्था (टीआरए) के नागराकाटा शाखा के पूर्व संयोजक डॉ सोमन वैश्य ने कहा कि डुवार्स के कई जगहों पर हल्की बारिश हुई है। शनिवार को कुछ समय के लिए धूप भी रहा। इससे चाय बागान के मालिकों में एक उम्मीद सी जगी है। इस बारिश से अच्छी गुणवत्ता वाली चाय पत्ती होने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर कुछ दिन और बारिश हो गई तो सोने पर सुहागा हो जाएगा।
संबंधित विभाग के सूत्रों की माने तो इलाके के बागानों में 0.22 और 0.45 इंची बारिश हुई है। फलस्वरूप सुखी हुई मिट्टी भीग चुकी है। इस पानी के भीतर जाने से चाय के पौधों में हरियाली आ जाएगी। दिसंबर महीने में बागानों में पौधों की छटाई का काम चलता है। फिर अंकुरण और फरवरी के प्रथम सप्ताह में पत्तियां आनी लगती है। इसमें पिछले दो दिनों से हो रही बारिश काफी फायदेमंद होगी।
चाय मालिक संगठन डीबीआइटीए के सचिव संजय बागची ने कहा कि ठंड में हुई बारिश उनलोगों के आशीर्वाद के समान है। अगर और बारिश हुई तो बागान के लिए काफी अच्छा होगा। मेटली इंडंग चाय बागान के मैनेजर रजत देव ने कहा कि उनलोगों के बागान में रात को आधे इंच की बारिश हुई है। अब तक जनवरी महीने में े1.05 इंच बारिश हुई है। कूर्ति चाय बागान के मैनेजर राजेश रुंगटा ने कहा कि वर्तमान समय में चाय के पौधों को बचाने के लिए कृत्रिम तरीके से पानी का छिड़काव करना ही एकमात्र उपाय है, लेकिन इसमें बारिश हो जाने से उनलोगों को जरूर राहत मिली है। इससे डुवार्स के चाय उद्योग को फायदा होगा। जलपाईगुड़ी खुदरा चाय समिति के सचिव विजय गोपाल चक्रवर्ती ने कहा कि वरुण देवना की कृपा होने से चाय की फसल को काफी लाभ होगा।