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कल सिंतबर और अक्टूबर महीने का बकाया मिलेगा

- नवंबर और दिसंबर महीने का बकाया श्रम कार्यालय में बैठक के बाद दिया जाएगा - वेतन नहीं मिलने

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 05:30 PM (IST)
कल सिंतबर और अक्टूबर महीने का बकाया मिलेगा
कल सिंतबर और अक्टूबर महीने का बकाया मिलेगा

- नवंबर और दिसंबर महीने का बकाया श्रम कार्यालय में बैठक के बाद दिया जाएगा

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- वेतन नहीं मिलने से नाराज माकरापाड़ा चाय बागान के श्रमिकों ने शुरू किया था आंदोलन

संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: आखिरकार माकरापाड़ा चाय बागान के समस्या का समाधान हो गया। गुरुवार सुबह को बागान के सभी श्रमिक और कर्मचारी काम करने पहुंचे। आगामी शनिवार तक श्रमिक व कर्मचारियों के सितंबर और अक्टूबर महीने का बकाया दे दिया जाएगा। उक्त जानकारी माकरापाड़ा चाय बागान के मैनेजर उत्तम मुखर्जी ने दी है। उन्होंने कहा कि नवंबर और दिसंबर महीने का वेतन श्रम कार्यालय में बैठक के बाद दिया जाएगा। श्रम कार्यालय वीरपाड़ा के सहकारी कमिश्नर नील छेत्री ने कहा कि बागान के श्रमिक व कर्मचारियों का बकाया रखने को लेकर बागान प्रबंधन से जवाब तलब किया गया है। जवाब मिलने के बाद ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्रमिक और कर्मचारियों से काम लेकर वेतन नहीं दिया जाए, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गौरतलब है कि डुवार्स के दूसरे चाय बागान के श्रमिकों को 176 रुपये दैनिक मजदूरी दिया जा रहा रहा है, लेकिन माकरापाड़ा चाय बागान के श्रमिकों को केवल 140 रुपये दैनिक मजदूरी ही मिलता है। इसके अलावा गत सिंतबर महीने से श्रमिकों को कोई मजदूरी ही नहीं मिल रहा था। इस कारण चाय श्रमिकों ने बुधवार सुबह से अनिश्चित काल के लिए काम बंद रखकर गेट मीटिंग शुरू किया। श्रमिकों का आरोप था कि पीएफ, ग्रैच्यूटी सब बकाया पड़ा है। श्रमिक किसी तरह अपना जीवन काट रहे हैं। बागान प्रबंधक लाखों रुपये खर्च करके, 300 रुपये दैनिक मजदूरी देकर बाहर से श्रमिकों को बुलाकर सुअर पालने के लिए पक्के मकान बनवा रहे हैं, परंतु श्रमिकों को मजदूरी नहीं दिया जा रहा है। बागान के अस्पताल में प्राथमिक इलाज को छोड़कर कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। प्रबंधन के रवैये के चलते मजबूरन आंदोलन शुरू करना पड़ा।

चाय बागान तृणमूल कांग्रेस मजदूर यूनियन के केंद्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष मान्ना लाल जैन ने कहा कि बागान प्रबंधन की ओर से लिखित आश्वासन देकर आगामी शनिवार तक दो महीने का बकाया देने की बात कही गई है। इस आश्वासन के बाद भी श्रमिक-कर्मचारी बागान में काम करने पहुंचे। अगर बागान प्रबंधन अपने आश्वासन को पूरा करते हैं तो श्रमिक व कर्मचारियों की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा।


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