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जाको राखे साइयां मार सके न कोय, हाथी के पैरों के बीच आई तीन साल की बच्ची सुरक्षित

जलपाईगुड़ी में एक बच्ची मौत के मुहाने से सुरक्षित लौट आई। जानिए कैसे...।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:17 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 07:17 PM (IST)
जाको राखे साइयां मार सके न कोय, हाथी के पैरों के बीच आई तीन साल की बच्ची सुरक्षित
जाको राखे साइयां मार सके न कोय, हाथी के पैरों के बीच आई तीन साल की बच्ची सुरक्षित
जलपाईगुड़ी [जागरण संवाददाता]। 'जाको रखे साइयां मार सके न कोय', यह लाइन जलपाईगुड़ी की एक घटना पर सटीक बैठती है। हाथी के चारो पैरों के बीच आकर भी तीन वर्षीया बच्ची सुरक्षित बची रह गई। यह घटना लाटागुड़ी से चालसा जाने वाले 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई है।
    गुरुवार को स्कूटी पर सवार होकर पूजा के करके घर वापस लौटने के दौरान पति-पत्नी पर अचानक हाथियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस दौरान दंपती तो भाग गए, लेकिन उनकी तीन वर्षीया बेटी आहना हाथी के चारों पैरों के बीच में फंस गई। इसके बावजूद उसे खरोंच तक नहीं आई। दूसरी ओर भागकर जान बचाने के चक्कर में नीतू घोष व तितली घोष को चोट लगी है। दंपती लाटागुड़ी के निवासी हैं।
   बताया गया कि दंपती अपनी बच्ची के साथ लाटागुड़ी जंगल के बीच स्थित महाकाल धाम में पूजा करने के लिए गए थे। यहां से घर लौटने के दौरान कलाखावा नजरमिनार प्रवेश के रास्ते के पास अचानक हाथियों का झुंड सामने आ गया। भागने के दौरान दंपती को चोट लगी है, लेकिन बच्ची हाथी के पैरों के नीचे आने के बाद भी पुरी तरह से सुरक्षित है। घटना के बाद सड़क से गुजर रहे वाहनों के चालकों की मदद से घायल दंपती को इलाज के लिए जलपाईगुड़ी के एक नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया है।  

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