Move to Jagran APP

Tea Tourism: जलपाईगुड़ी में पर्यटन दिवस पर नई पहल, जिला प्रशासन पर्यटकों को कराएगा 'चाय भ्रमण'

विश्व पर्यटन दिवस पर जिला प्रशासन की नई पहल चाय भ्रमण शुरू की गई है। जिला प्रशासन टी पर्यटन एवं पर्यटन विकास में कम लागत में यात्रा का अवसर प्रदान कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन मानचित्र में चाय पर्यटन को विशेष रूप से उजागर करना है।

By Edited By: Published: Tue, 27 Sep 2022 04:58 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 01:03 PM (IST)
विश्व पर्यटन दिवस पर जलपाईगुड़ी जिला ने 'चाय भ्रमण' परियोजना की शुरूआत की। फाइल फोटो।

जलपाईगुड़ीी,जागरण  संवाददाता। विश्व पर्यटन दिवस पर जिला प्रशासन की नई पहल 'चाय भ्रमण' शुरू की गई है। जिला प्रशासन टी पर्यटन एवं पर्यटन विकास में कम लागत में यात्रा का अवसर प्रदान कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन मानचित्र में चाय पर्यटन को विशेष रूप से उजागर करना है। जिला प्रशासन के जिला पर्यटन कार्यालय ने उत्तर बंगाल राष्ट्रीय परिवहन निगम के सहयोग से चाय भ्रमण नामक एक परियोजना शुरू की गई है। पर्यटन-केंद्रित जिले में हर साल हजारों पर्यटक जलपाईगुड़ी पहाड़ियों, जंगलों और वन्य जीवन को देखने आते हैं।

loksabha election banner

इन जगहों की कर सकेंगे सैर 

उत्तर बंगाल राष्ट्रीय परिवहन निगम की बसों से जिले के पर्यटन स्थलों के भ्रमण की व्यवस्था की गई है। विशेष रूप से चाय बागान में कैसे काम करें। पर्यटकों को यह दिखाने की व्यवस्था की जाएगी कि कच्ची चाय की पत्तियों से चाय कैसे बनती है। पर्यटकों के साथ दो गाइड होंगे। वे जिले के पर्यटन क्षेत्रों को पर्यटकों के सामने पेश करेंगे। फिलहाल बस पर्यटकों को लेकर जलपाईगुड़ी से राजबाड़ी दिघी, लाटागुड़ी, बड़ादिघी चाय बागान, टिलाबाड़ी, मालबाजार पार्क, गाजलडोबा तक सुबह में सनराइज दिखाते हुए बस पर्यटकों को लेकर जलपाईगुड़ी शहर लौटेगी।

चाय भ्रमण टूर के होंगे ये लाभ 

जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी मौमिता गोदारा ने कहा कि आज विश्व पर्यटन दिवस पर 'चाय भ्रमण' नामक एक नई परियोजना का शुभारंभ किया गया। ताकि पर्यटक जिले के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के अलावा चाय बागानों का भी भ्रमण कर सकें। पर्यटक चाय बागानों में श्रमिकों के काम को देखेंगे। इसके तहत आने वाले दिनों में पर्यटकों को गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान में ले जाया जा सकता है या नहीं, इस पर भी ध्यान दिया जाएगा। जिले में जंगल के अलावा कई चाय बागान हैं। लोग वहा भी सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। पर्यटकों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। बुकिंग पर्यटन कार्यालय या उत्तर बंगाल राष्ट्रीय परिवहन निगम से की जा सकती है। डुआर्स ब्रांच इंडिया टी एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन पांडे ने कहा कि यह एक बहुत अच्छी पहल है। उत्तर बंगाल का मतलब चाय बागान है। इससे रोजगार भी पैदा होगा और यह चाय बागानों के लिए भी अच्छा होगा। इस बीच जलपाईगुड़ी जिला टूर ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन सचिव सब्यसाची डे ने कहा कि यह एक बहुत अच्छी पहल है। हम पर्यटन विभाग के बहुत आभारी हैं। चाय पर्यटन के क्षेत्र में जिला प्रशासन की यह नई पहल है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.