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लगातार बारिश से डुवार्स का बुरा हाल, घरों में बंदी हुए लोग

- चाय बागानों में घुसा हाथी नाला का पानी, काम प्रभावित - बानरहाट अस्पताल में घुसा बाढ़ क

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 07:32 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 07:32 PM (IST)
लगातार बारिश से डुवार्स का बुरा हाल, घरों में बंदी हुए लोग
लगातार बारिश से डुवार्स का बुरा हाल, घरों में बंदी हुए लोग

- चाय बागानों में घुसा हाथी नाला का पानी, काम प्रभावित

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- बानरहाट अस्पताल में घुसा बाढ़ का पानी, मरीजों को किया गया रेफर

- नागराकाटा में नदी का पानी बढ़ने से 31सी राजमार्ग का हिस्सा टूटा जेएनएन, धुपगुड़ी/बानरहाट/नागराकाटा/वीरपाड़ा/जयगांव : रविवार रात से लगातार हो रही बारिश के चलते फिर एक बार हाथी नाले का जलस्तर बढ़ गया है। फलस्वरूप धुपगुड़ी व आसपास के इलाकों में पानी घुस गया है। ब्लॉक के गधेयारकुर्ठि, चरचड़ा बाड़ी, कुर्शामाड़ी, गोदांग, बारोहालिया, साकोआझोड़ा 1 नंबर ग्राम पंचायत, बानरहाट व बिन्नागुड़ी के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। इसके अलावा 15 बागानों में भी पानी घुसने से श्रमिकों का काम करने में परेशानी हुई। हाथी नाला के अलावा जलढ़ाका, गिलांडी व कोली नदी का पानी भी कई इलाकों में घुस गया है। राजमार्ग व रेल लाइन से ही पानी बह रही थी। इस कारण पैसेंजर व इंटरसिटी ट्रेन रद्द भी किया गया। कई ट्रेन लेट से चली।

रविवार सुबह से ही भूटान व बानरहाट इलाके में बारिश हो रही थी। इस कारण हाथी नाला का जलस्तर काफी बढ़ गया। देर रात ही घरों में पानी घुस गया। ठनका गिरने से विभिन्न इलाकों में बिजली चली गई। कई इलाकों में जलजमाव होने के बाद भी सुबह 11 बजे तक किसी ब्लॉक व प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर नहीं देखा गया। कुछ देर बाद पंचायत समिति की सदस्य सीमा चौधरी को पानी में ही उतरकर लोगों का हालचाल जाना। अस्पताल में फंसे लोगों व मरीजों से भी बातचीत की।

बानरहाट थाना व अस्पताल में भी हाथी नाला का पानी घुस गया। अस्पताल से करीब 12 शिशु व महिला मरीजों को वीरपाड़ा व धुपगुड़ी अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। धुपगुड़ी के बीडीओ रबी प्रसाद मिणा ने कहा कि नाव के माध्यम ये मरीजों को दूसरे अस्पताल में ले जाया गया है। साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच सुखा खाना, पेयजल व अन्य राहत सामग्री दी गई है। दूसरी ओर बिन्नागुड़ी के नेताजीपल्ली, एसेम कॉलोनी समेत कइर्अ इलाकों में पानी घुस गया। कुल मिलाकर करीब पांच हजार लोग प्रभावित हुए हैं। हजार बीघा बागान की जमीन भी पानी से प्रभावित हुई है। बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत की ओर से बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच खिचड़ी वितरण किया गया।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात को बानरहाट में 300 मिली मीटर बारिश हुई है। दूसरी ओर भूटान पहाड़ में भी बारिश हुई है।

नागराकाटा में रविवार रात को हुई जोरदार बारिश से कई इलाकों को नुकसान हुआ है। नागराकाटा ब्लॉक स्थित बंद चाय बागान के 31 राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे बालुखोला नदी का जलस्तर बढ़ने से शहरों को जोड़ने वाली डाइवरसन टूटने से नागराकाटा का डुवार्स के अधिकांश इलाकों से संपर्क टूट गया। पानी घुसने से 100 से ज्यादा श्रमिक आवास को भी नुकसान हुआ। चाय बागान के तीन नंबर स्कूल लाइन, उड़िया लाइन और स्टाफ लाइन में सबसे ज्यादा क्षति हुई है। पानी श्रमिक आवास में घुसने से चाय श्रमिकों के घर में रखे अनाज खाद्य समाग्री, गाय ,बकरी, मुर्गी समेत अन्य मवेशी पानी में बह गए। ब्लॉक प्रशासन की ओर से ग्रासमोड़ चाय बागान प्राथमिक विद्यालय में राहत शिविर लगाया गया था। ग्रासमोड़ के साथ नागराकाटा ब्लॉक स्थित लुकसान, भगतपुर चाय बागान, कुर्ती चाय बागान में क्षति पहुंचा है । लुकसान इलाके स्टेशन पाड़ा, लुकसान मोड़ चौपती, प्रधान नगर, केरन लाइन, गंगा लाइन मे बारिश का पानी घुसने से लोगों को काफी समस्या हुई। जहाँ पर सभी को खाना पिना वितरण किया जा रहा है । भगतपूर चाय बागान में एक हिम पाइप टूटने से कल्वर्ट धंस गया है। इस कारण चाय बागान और नागराकाटा के बीच यातायात बाधित रही।

नागराकाटा विधायक सुकरा मुंडा ने क्षतिग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि जल्द ही बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर लगाकर सुविधाएं दी जाएगी। नागराकाटा की बीडीओ स्मृति सुब्बा ने कहा कि 31 राष्ट्रीय राजमार्ग जल्द ही मरम्मत कराया जाएगा।

वीरपाड़ा संवाद सूत्र के अनुसार लगातार बारिश के चलते डुवार्स के एथेलबाड़ी, डांगापाड़ा, साकोआझोड़ा, जोगीझोड़ा समेत कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात थे। जयवीरपाड़ा चाय बागान, टेकलापाड़ा चाय बागान, निपानिया चाय बागान समेत कालापानी चाय बागान का संपर्क बिल्कुल टूट चुका है। भूटान पहाड़ से निकलने वाली खानावर्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों का आनाजाना बंद हो गया। बारिश के कारण सड़कों पर भी जलजमाव हो गया। वाहनों के आवाजाही में चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शिशुझुमड़ा, डांगापाड़ा इलाके में कृषि जमीन को भी व्यापक क्षति हुई है। पूरे स्थिति पर प्रशासन निगरानी बनाए हुए हैं।

जयगांव संवाद सूत्र के अनुसार

लगातार बारिश के चलते कालचीनी ब्लॉक में बहने वाली नदियों व नालों का जलस्तर बढ़ गया। फलस्वरूप घरों, चाय बागान व अन्य जगहों पर पानी घुस गया। बारिश के चलते हासीमारा से कालचीनी जाने वाली सड़क के बीच पेड़ टूटकर गिरने से घंटों आवाजाही ठप रही।


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