पीना तो दूर नहाने के लिए साफ पानी नहीं
- पीएचई विभाग से मिलता है आयरन वाला पानी, इंगू चाय बागान के श्रमिकों को हो रही परेशानी
- पीएचई विभाग से मिलता है आयरन वाला पानी, इंगू चाय बागान के श्रमिकों को हो रही परेशानी
संवाद सूत्र, नागराकाटा: पांच श्रमिक मोहल्ले में पानी पहुंचाने के लिए तीन साल पहले ही पीएचई विभाग की ओर से जलापूर्ति का काम शुरू किया गया था। लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी स्वच्छ पेयजल तो दूर की बात है लोग इस पानी का इस्तेमाल नहाने के लिए भी नहीं करते हैं। यह घटना मेटली के इंगु चाय बागान इलाके की है। इसलिये बाध्य होकर यहां के लोग नदी का पानी ही उपयोग में लाते हैं। लोगों का कहना है कि पीएचई के पानी में आयरन की मात्रा काफी अधिक है। इसके बारे में पीएचई के जलपाईगुड़ी डिवीजन से शिकायत की गई है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार कालिम्पोंग जिला से सटे इंगू चाय बागान में भौगोलिक कारणों से साल भर ही पानी की किल्लत रहती है। इसे दूर करने के लिए ही तीन वर्ष पहले पीएचई की मदद से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई थी। लेकिन कुछ महीने बीतने के बाद भी पानी उपयोग लायक नहीं रहा। श्रमिकों की माने तो सबसे ज्यादा पानी की समस्या पहाड़ी लाइन नामक श्रमिक मोहल्ले में है। यहां नदी ही लोगों का सहारा है। वही कुछ मोहल्ले के लोग कुएं का पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं। कपड़ा साफ करने व नहाने के लिए लोग पास के नेवड़ा नदी में जाते हैं। इसलिये श्रमिकों ने आयरन एलिमिनेशन प्लांट शुरू करने की मांग की है।
बागान के मैनेजर मुकुल वर्मा ने कहा कि समस्या को लेकर पीएचई अधिकारियों को पहले ही जानकारी दी गई थी। पानी में इतना आयरन है कि पानी न तो पीने लायक है और न ही नहाने के लायक है। श्रमिक नेता जॉर्ज टोप्पो ने कहा कि पानी का नमूना जलपाईगुड़ी के पीएचई विभाग को दिया गया है। जलापूर्ति की बड़ी परियोजना होने के बाद भी लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसे लेकर जल्द से जल्द कोई आवश्यक कदम उठाना जाना चाहिए।
जलपाईगुड़ी के पीएचई विभाग के अधिकारी ने कहा कि परियोजना शुरू होने के समय में आयरन की मात्रा कम थी। लेकिन बाद में पानी में आयरन और अधिक बढ़ गया है। समस्या के हल के लिए आयरन एलिमिनेशन का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया है। मालबाजार के एसडीओ मियाद एन ने कहा कि पानी की समस्या मिटाने के पीएचई अधिकारियों से बात करेंगे। गौरतलब है कि इंगू चाय बागान में श्रमिकों की कुल संख्या करीब 400 है।