प्रतिमा विसर्जन के बाद 'डाना' के सदस्यों ने की नदी की सफाई
संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: दुर्गापूजा के विसर्जन के बाद नदी प्रदूषित होने लगी है। नदी में कई प्रतिम
संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: दुर्गापूजा के विसर्जन के बाद नदी प्रदूषित होने लगी है। नदी में कई प्रतिमा की लकड़ी व पूजन सामग्री पड़ा हुआ है, लेकिन उसे साफ करने वाला कोई नहीं है। केवल धुपगुड़ी ही नहीं बल्कि जलपाईगुड़ी जिले के अधिकांश नदियों का कुछ यही हाल है। नदी में गंदगी बढ़ने से स्थानीय लोगों व परिवेश प्रेमी संगठन के सदस्यों में भी नाराजगी देखी जा रही है। फलस्वरूप उनलोगों ने स्वयं नदी की सफाई शुरू कर दी है। धुपगुड़ी के जलढ़ाका नदी की सफाई के लिए डाना नामक स्वयंसेवी संगठन के युवक-युवतियों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। संगठन के सदस्यों ने नदी की सफाई की। इसमें स्थानीय लोगों ने भी उनलोगों की मदद की। दशमी के दिन करीब सौ से अधिक प्रतिमाओं को जलढ़ाका नदी में विसर्जित किया गया था। विसर्जन के लिए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम जरूर किए गए थे, लेकिन सफाई के लिए कोई जरूरी इंतजाम नहीं किया गया था।
स्थानीय महिला चंपा राय ने कहा कि प्रतिवर्ष जलढ़ाका नदी में सैकड़ों दुर्गा प्रतिमा विसर्जित की जाती है। लेकिन इसके दूसरे दिन नदी सफाई को लेकर कोई आवश्यक बंदोबस्त नहीं किए जाते हैं। फलस्वरूप स्थानीय लोगों को समस्याएं होती है। नदी प्रदूषित हो रही है। इस बार समाजसेवी संगठन व स्थानीय लोगों ने मिलकर नदी की सफाई की है। संस्था के सदस्य उज्ज्वल भावेल ने कहा कि नदी सफाई के लिए प्रशासन व पूजा कमेटी की ओर से कोई आवश्यक कदम नहीं उठाए जाते हैं। इसी कारण उनलोगों ने नदी की सफाई की।
धुपगुड़ी थाना के आईसी सुबीर सरकार ने कहा कि संस्था की ओर से काफी अच्छा कदम उठाया गया है। इस तरह के कार्य में सभी को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।