आदिवासियों ने बड़े धूमधाम से की करम डाल की पूजा
- बंद धरनीपूर चार बागान में सरकारी योजनाओं को लेकर शिविर, मालबाजार में रंगारंग सांस्कृतिक
- बंद धरनीपूर चार बागान में सरकारी योजनाओं को लेकर शिविर, मालबाजार में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
जेएनएन, नागराकाटा/वीरपाड़ा/मालबाजार: आदिवासी समुदाय के लोगों ने डुवार्स के विभिन्न इलाकों में बड़े ही उत्साह व धूमधाम से करम पूजा का आयोजन किया था। गुरुवार शाम से ही लोग करम देवता के आवाह्न में जुट गए थे। प्रकृति पुजारी आदिवासी समुदाय के लोग भादव महीने के एकादशी तिथि को करम पूजा करते हैं। आगामी महीने तक पूजा चलता रहेगा। इस पूजा के तहत पेड़ व प्रकृति की पूजा की जाती है। पेड़ के तीन डालों को एक सूत्र में बांधकर रात भर पूजा की जाएगी। मेटली ब्लॉक के कई जगहों पर पूजा का आयोजन किया गया था। इस मौके प्रशासन की ओर से बंद धरनीपूर चाय बागान में सरकारी योजनाओं को लेकर एक जागरूकता शिविर किया गया था। साथ करम पूजा को लेकर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित की गई थी।
मालबाजार में भी करम पूजा का आयोजन किया गया था। इससे पहले आदिवासी समुदाय की ओर से एक शोभायात्रा निकाली गई थी। फिर राजा चाय बागान के मैदान में करम पूजा की गई। विशिष्ट करम पूजा विशेषज्ञ व आदिवासी विकास परिषद के राज्य कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष तेज कुमार टोप्पो के घर पर भी करम पूजा की गई। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का सभी त्योहार ऋतु आधारित है। करम पूजा में प्रकृति की साधना की जाती है।
दूसरी ओर वीरपाड़ा में भी बड़े ही उत्साह के साथ करम पूजा मनाया गया। भाइयों की मंगल कामना व बहनों के उपवास के साथ पूजा आयोजित की गई थी। वीरपाड़ा कच्चा लाइन के हिरालाल लाकड़ा मेमोरियल स्कूल में करम पूजा संपन्न हुआ। यहां आदिवासी समुदाय की महिलाओं ने सांस्कृतिक नृत्य पेश किया। करम पूजा कमेटी की ओर से अनिल नायक ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के पुजारी हैं। प्रकृति के हर रूप में आदिवासियों का देवी-देवता छिपा है।