केंद्र सरकार के कृषि बिल के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के बंद का व्यापक असरदार
- भाजपा के भी 12 घंटे के उत्तर बंगाल बंद को लेकर समर्थकों का जगह-जगह प्रदर्शन जेएनएन
- भाजपा के भी 12 घंटे के उत्तर बंगाल बंद को लेकर समर्थकों का जगह-जगह प्रदर्शन
जेएनएन, जलपाईगुड़ी : केंद्र सरकार के कृषि बिल को रद करने की मांग को लेकर पिछले काफी दिनों से दिल्ली में चल रहे आंदोलन के बीच मंगलवार को देश के विभिन्न कृषक संगठनों की ओर से बुलाई भारत बंद का अंदर उत्तर बंगाल में भी व्यापक असर देखा गया। इसी के साथ सोमवार को उत्तर कन्या अभियान में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत को लेकर भाजपा ने भी 12 घंटे का बुलाया था। हालांकि किसान संगठनों एवं भाजपा की ओर से मंगलवार को बुलाई गई बंद का असर जोरदार रहा। इस दिन भारत बंद को सफल बनाने के लिए भाजपा विरोधी सभी पार्टियां एकजुट होकर सड़क पर उतर गयी। इसमें भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन काग्रेस, अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन काग्रेस,हिंद मजदूर सभा , भारतीय व्यापार संघों,ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर और ट्रेड यूनियन कोऑíडनेशन सेंटर ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया।
भारत बंद के बीच जगह-जगह पर कांग्रेस व माकपा एवं उनके श्रमिक संगठनों द्वारा सड़क जाम कर विरोध जताया गया। इसमें भाजपा समर्थक भी बंद को सफल बनाने में पीछे नहीं रहे। कई जगहों पर बंद के समर्थन में रैली भी निकाली गई। सरकारी कार्यालय खुले थे, लेकिन निजी कार्यालय व दुकानें बंद रही। सरकारी बसें सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आई। जलपाईगुड़ी में देशव्यापी बंद व भाजपा बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह में उत्तर बंगाल राष्ट्रीय परिवहन के सामने बंद समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। फिर पुलिस जाकर बस स्टैंड से बंद समर्थकों को हटाया। जलपाईगुड़ी-मयनागुड़ी 27 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भाजपा समर्थकों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। वहीं मालबाजार में भी वामदल और कांग्रेस के किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का खासा असर देखने को मिला। बंद को सफल बनाने के लिए बंद समर्थक सुबह से ही सड़क पर उतरे थे। शहर की दुकानें व निजी कार्यालय पूरी तरह बंद रही। सड़कों पर सरकारी बसों को छोड़कर प्राइवेट गाड़ियां नहीं चली। माल महकमा के चालसा, मेटली, नागराकाटा, बाताबाड़ी, उदलाबाड़ी, मौलानी समेत अन्य जगहों पर भी बंद असरदार रहा। बानरहाट में भी बंद असरदार रहा। यहां बंद के समर्थन में अलग-अलग कई जगहों पर रैली निकाली गई। 31 सी राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम किया गया। लेकिन कुछ ही देर में पुलिस ने सड़क को बंद समर्थकों से मुक्त कराया। अशांति को रोकने के लिए पुलिस लगातार गश्त लगा रही थी। बानरहाट के बागानों में काम हुआ, लेकिन श्रमिकों की संख्या कम रही। वहीं बिन्नागुड़ी में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। यहां तेलीपाड़ा चाय बागान में काम हुआ लेकिन बिन्नागुड़ी, हल्दीबाड़ी और मोराघाट चाय बागान में काम नहीं हुआ। चामुर्ची में भी बंद का असर देखने को मिला, परंतु बागान में सामान्य दिनों की तरह ही काम हुआ।
दूसरी ओर अलीपुरद्वार जिले के वीरपाड़ा में भी बंद का अच्छा असर देखा गया। वीरपाड़ा समेत मदारीहाट ब्लॉक के रंगालीबाजना शिशुबाड़ी, मदारीहाट, एथेलबाड़ी समेत विभिन्न इलाकों में दुकानें बंद रही। चाय बागानों में आशिंक रूप से काम हुआ। बंद के समर्थन की ओर से जगह-जगह रैलियां निकाली गई। अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी ब्लॉक में मिश्रित प्रभाव देखने को मिला। जयगांव, हासीमारा, कालचीनी में अधिकांश दुकानें बंद रही।