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शराब की तस्करी रोकने में डिजीटल लॉकर व जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगी आबकारी विभाग

- लॉकडाउन के कारण मई-जून में शराब की बिक्री न होने से राजस्व में आई कमी उमाशंकर

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 06:27 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 06:27 PM (IST)
शराब की तस्करी रोकने में डिजीटल लॉकर व जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगी आबकारी विभाग
शराब की तस्करी रोकने में डिजीटल लॉकर व जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगी आबकारी विभाग

- लॉकडाउन के कारण मई-जून में शराब की बिक्री न होने से राजस्व में आई कमी : उमाशंकर

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जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : उत्तर पूर्व भारत के विभिन्न राज्यों से बंगाल में अवैध तरीक से शराब की तस्करी हो रही है। जिससे राज्य के राजस्व में कमी आ रही है। ऐसे में अन्य राज्यों से आने वाले अवैध शराब को रोकने के लिए आबकारी विभाग अब डिजीटल लॉकर के साथ जीपीएस ट्रैकिंग का इस्तेमाल करेगी। लॉकडाउन के दौरान आबकारी विभाग के राजस्व में काफी कमी आई है। उसके बावजूद आबकारी विभाग का मानना है कि करीब 11 हजार करोड़ रुपये की राजस्व अदायगी होगी। कोरोना काल में जारी लॉकडाउन से मई, जून महीने में राजस्व मे काफी कमी आई। लेकिन अगस्त महीने से पहले की राजस्व अदायगी आ रही है। मई महीने से नवंबर महीने तक पिछले साल में जो राजस्व अदायगी हुई थी, उससे करीब पांच फीसदी अधिक अदायगी होने की जानकारी राजय के आबकारी विभाग के आयुक्त एम उमाशंकर ने दी है। उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में शराब की बिक्री पूरी तरह से बंद थी, जिससे मेकअप करना मुश्किल है। लेकिन एक सही आकड़े पर यह अदायगी आ पहुंची है। पिछले साल 11 हजार 200 करोड़ रुपये की राजस्व की वसूली हुई थी। इस बार हमलोग 11 हजार करोड़ रुपये का राजस्व आने की संभावना है।

उन्होंने आगे कहा कि रविवार को उत्तर बंगाल के विभिन्न आबकारी विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई। हर महीने राजस्व का आकड़ा 950 करोड़ रुपये होता है। इस साल नवंबर महीने में 1050 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली हुई है। उसे पिछले महीने में 1100 करोड़ रुपये आया था। दूसरे राज्यों से जैसे उत्तर पूर्व भारत के असम, अरूणाचल प्रदेश से अवैध शराब की यहां तस्करी होती है। ऐसे में अगर दूसरे राज्यों बताएंगे, कि अगर उनकी शराब की गाड़ी यहां आती है तो उसमें डिजीटल लॉक लगाना होगा। उसके बाद राज्य से बाहर जाने से उसे खोल दिया जाएगा। अगले तीन से चार महीने में यह डिजीटल लॉक लगाने का काम शुरू होगा।

उन्होंने कहा कि हमलोगों नये सीरे से कोई दुकान को अनुमति नहीं दे रहे है। अगले कई महीने में 100 से अधिक सब इंस्पेक्टर विभाग में शामिल होंगे। विभाग में कर्मी की कमी है जिसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शराब के दाम में बढ़ोतरी होने से पांच फीसदी राजस्व में बढ़ोतरी हुई है।

इस दिन सर्किट हाउस में अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, कालिम्पोंग, दार्जिलिंग, कूचबिहार के आबकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।


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