प्राइवेट शिक्षकों के खिलाफ छात्रों व अभिभावकों का प्रदर्शन, सड़क जाम
- गत 15 जनवरी को सरकारी शिक्षकों को नहीं पढ़ाने के लिए फिर से जारी किया था सरकारी
- गत 15 जनवरी को सरकारी शिक्षकों को नहीं पढ़ाने के लिए फिर से जारी किया था सरकारी निर्देश
- छात्रों का आरोप : बीच में ही इस प्रकार से ट्यूशन बंद होने से आगे की पढ़ाई कहां पूरा करेंगे
- गृह शिक्षकों का आरोप : ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षक उकसा रहे है छात्रों को संवादसूत्र, धुपगुड़ी : सरकारी निर्देश के अनुसार सरकारी शिक्षकों को प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाई पर पाबंदी लगाई है। उसके बावजूद टयूशन पढ़ाने जाने को लेकर प्राइवेट शिक्षकों का सरकारी स्कूल शिक्षकों के खिलाफ आंदोलन जारी है। ऐसे में इन स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को ट्यूशन न पढ़ाए जाने को लेकर छात्र-छात्राओं से लेकर उनके अभिभावकों में नाराजगी देखी जा रही है। इन सब के बीच शुक्रवार को प्राइवेट शिक्षकों के खिलाफ छात्रों एवं उनके अभिभावकों ने आंदोलन छेड़ दिया है। शुक्रवार को स्कूल के शिक्षकों को पढ़ाए जाने की मांग को लेकर छात्रों से लेकर उनके अभिभावकों ने सड़क जाम किया। इस दिन मयनागुड़ी शहर में स्कूल शिक्षकों को ट्यूशन पढ़ाने जाने की मांग को लेकर छात्रों ने मयनागुड़ी ट्रैफिक मोड़ के पास सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। छात्रों के सड़क जाम की खबर सुनते ही मयनागुड़ी के बीडीओ मौके पर पहुंचे। बीडीओ के आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन वापस ले लिया।
मयनागुउ़ी के बीडीओ फिन्टोस शेरपा ने कहा कि छात्रों के सड़क जाम को लेकर मैं फौरन यहां पर आ गया। उनलोगों का आश्वासन दिया गया है कि शनिवार को उनके व प्राइवेट शिक्षकों के बीच बैठक की जाएगी।
इधर अभिभावक की ओर सुमित साहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोग चाहते है कि स्कूल के शिक्षक ट्यूशन पढ़ाए। इसलिए इस दिन आंदोलन के लिए उतरे है। इस दिन जलपाईगुड़ी प्राइवेट ट्यूटर की ओर से विजय चंद्र बर्मन ने कहा कि हमलोग काफी समय से गृह शिक्षकों के खिलाफ आंदोलन करते आ रहे है। वे लोग सरकारी आदेश की अवहेलना करके टयूशन पढ़ाने का काम कर रहे है।
मालूम हो कि इससे पहले गत 16 जनवरी को छात्रों ने गृह शिक्षक संगठन के अध्यक्ष के घर जाकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। देखा जा रहा है कि राज्य सरकार के नए निर्देश जारी होने के बावजूद सरकार स्कूल के शिक्षक अपने घरों में प्राइवेट ट्यूशन करते हुए देखे जा रहे है। इसे लेकर जलपाईगुड़ी जिला शिक्षा विभाग की ओर से भी नए सिरे से गत 15 जनवरी को फिर से नया निर्देश जारी किया गया था। ऐसे में आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं ने कहा कि यह आदेश आने के बाद सरकारी शिक्षकों ने ट्यूशन पढ़ाना बंद कर दिया। कैप्शन : मयनागुड़ी के ट्रैफिक मोड़ पर प्राइवेट शिक्षकों खिलाफ सड़क जाम करते छात्र ।