आलू के बांड वितरण प्रक्रिया के खिलाफ किसानों में रोष
- व्यवसायियों से पैसे लेकर बांड बेचने का आरोप पुलिस मौके पर पहुंचकर किसानों को किया श
- व्यवसायियों से पैसे लेकर बांड बेचने का आरोप, पुलिस मौके पर पहुंचकर किसानों को किया शांत संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: जमीन से अभी भी आलू निकालने का काम चल रहा है। इधर, आलू रखने को बांड खरीदने के लिए हिमघरों में भीड़ लगनी शुरू हो गई है। आलू रखने के लिए बांड वितरण प्रक्रिया को लेकर किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। हिमघर के मालिकों के खिलाफ अनियमितता का आरोप लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि बुधवार से ही धुपगुड़ी ब्लॉक के विभिन्न हिमघरों में आलू रखने के लिए बांड वितरण किया जा रहा है। इस पर किसानों का आरोप है कि हिमघर प्रबंधन पइकारी व बड़े व्यवसायियों को गुप्त तरीके से आलू का बांड दे रहे हैं। फलस्वरूप किसान जरूरत के अनुसार बांड नहीं ले पा रहे हैं। सुबह से लाइन में खड़े रहने के बावजूद किसानों को जरूरत के अनुसार बांड नहीं मिल पाता है। इस दिन सुबह से ही जलपाईगुड़ी जिले के के कन्हैया प्रसाद हिमघर और गोदंग डीजे हिमघर में सुबह से ही किसानों की भीड़ लगी थी। लेकिन यहां प्रति व्यक्ति को 100 पैकेट से अधिक आलू का बांड नहीं दिया गया। कइयों को तो बांड नहीं होने की बात कहकर वापस लौटा दिया गया।
किसान नजरूल इस्लाम ने कहा कि वह यहीं के किसान हैं, परंतु दो दिन घूमने के बावजूद आलू का बांड नहीं मिला। अगर किसानों को 100 पैकेट आलू का बांड दिया जाता है, फिर भी हिमघर में काफी जगह बचेगा। यहां पैसों का खेल चल रहा है। व्यवसायियों से पैसा लेकर बांड दिया जा रहा है।
इधर, हिमघर में तनाव का माहौल होने से धुपगुड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। काफी प्रयास के बाद किसानों को शांत किया जा सका।