हिमघर में अमोनिया गैस का पाइप फटने से हड़कंप
- गैस रिसाव से लोगों को सांस लेने में व आंखों में जलन की शिकायत - हिमघर श्रमिकों ने प
- गैस रिसाव से लोगों को सांस लेने में व आंखों में जलन की शिकायत
- हिमघर श्रमिकों ने प्रबंधन का किया घेराव, दमकल पर भी उठाए सवाल
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: हिमघर में अमोनिया गैस का पाइप विस्फोट होने से इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना सोमवार सुबह को मोहित नगर के हल्दीबाड़ी मोड़ इलाके में हुई है। गैस रिसाव से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा था। गैस का पाइप फटने से हिमघर को भी काफी नुकसान हुआ है। हिमघर का दीवार गिरने से दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई है। हिमघर का उपरी हिस्सा भी उड़ गया है। गैस सहन नहीं कर पाने के चलते स्थानीय लोग अपना घर छोड़कर इलाके से काफी दूर चले गए। इस प्रकार की घटनाएं पहले भी हो चुकी है, लेकिन दमकल व हिमघर विभाग की ओर से कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया है। उक्त आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने दमकल कर्मचारियों का घेराव कर अपना विरोध प्रकट किया। दूसरी ओर हिमघर के कर्मचारियों ने अपने ही प्रबंधन के खिलाफ अपना रोष जताया।
सोमवार सुबह को जलपाईगुड़ी दमकल केंद्र के ओसी प्लावन मोदक के नेतृत्व में कर्मियों के मौके पर पहुंचने के बाद भी कोई काम नहीं कर सका। उनलोगों के पास मास्क तक नहीं था। गैस लिक के खिलाफ आवश्यक कदम उठाने को लेकर कोई तैयारियां नहीं की गई थी। अमोनिया से बचने के लिए कुछ लोगों ने हिमघर के दीवार से ही छलांग लगा दिया। इसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों को जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दिन करीब तीन किलोमीटर इलाके में गैस रिसाव हुआ था। फलस्वरूप लोगों को सांस लेने में मुश्किलें पैदा हो रही थी। आंखों में भी जलन शुरू हो गई। गैस के प्रभाव से तालाब में मछलियां भी मर गई। पेड़ की पत्तियां भी काली पड़ गई।
दमकल कर्मी कनकांदी हलदार ने उनलोगों ने मौके पर पहुंचकर गैस का रिसाव बंद कर दिया। स्थानीय राजीव कुमार दास ने कहा कि अगर पहले से ही गैस रिसाव पर नियंत्रण कर प्रयास किया जाता है, लोगों को समस्याएं नहीं होती। राहत को लेकर लोगों को भी जानकारियां नहीं दी गई। आग नियंत्रण मशीन के बिना ही हिमघर चलाया जा रहा है। हिमघर मालिक शंकर लाल चौधरी के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।