धर्म को लेकर ओछी राजनीति कर रही हैं भाजपा व तृणमूल : शतरूप घोष
वाममोर्चा युवा नेता शतरूप घोष ने केंद्र व राज्य सरकार पर देशभर में धर्म के नाम पर भेदभाव सृष्टि करने व देश की अखंडता को तोड़ने का आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी :
धर्म के नाम पर देशभर में भेदभाव सृष्टि करने की कोशिश की जा रही है। धर्म के नाम पर देश की अखंडता को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। धर्म का रथ लेकर भाजपा व तृणमूल ओछी राजनीति कर रही है। केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ यह तिखी टिप्पणी वाममोर्चा के युवा नेता शतरूप घोष ने किया। शनिवार को शतरूप घोष शहर के समाज पाड़ा मोड़ पर वाममोर्चा के छात्र-युवा समावेश को संबोधित कर रहे थे। सभा के पहले संगठन की ओर से एक विशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस शहर के विभिन्न सड़कों की परिक्रमा की। जुलूस के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शतरूप घोष ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य की गरीब जनता की एकता व संप्रीति की रक्षा के लिए संगठन की ओर से आंदोलन चलाए जाने की जानकारी उन्होंने दी। उन्होंने राज्य सरकार को चैलेंज करते हुए कहा कि हड़ताल के दिन गुंडागर्दी कर बंद दुकानों को खुलवाना आसान है। इतना ही दम है तो राज्य सरकार उत्तर बंगाल के बंद चाय बागानों को खोलकर दिखाएं। उन्होंने आगे कहा कि 27 दिसंबर को उत्तर बंगाल के किसान व खेत मजदूरों को लेकर उत्तर कन्या अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। आठ व नौ जनवरी को देशभर में हड़ताल का आह्वान किया गया है। श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये करने, महंगाई कम करने, बेरोजगारी दूर करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर संगठन का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री को भाजपा का एजेंट करार देते हुए कहा कि तृणमूल और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू है। दिल्ली की सरकार और राज्य की सरकार की नीति एक जैसा ही है। सभा में एसएफआई के जलपाईगुड़ी जिला नेता सागरनील सेनगुप्त, पीएसयू नेता विश्वजीत सरकार, युवा लीग नेता संजीव राय आदि ने अपनी बातें रखी।