मिरिक बागान के सभी चाय बागान खुले
संवाद सूत्र, मिरिक: गोरखालैंड आंदोलन के दौरान अनिश्चितकालीन बंद के 111 दिनों के बाद सोमव
संवाद सूत्र, मिरिक: गोरखालैंड आंदोलन के दौरान अनिश्चितकालीन बंद के 111 दिनों के बाद सोमवार से मिरिक के सभी नौ चाय बागान खुल गए। बंदी के कारण पहाड़ के 70 से अधिक चाय बागान प्रभावित हुए हैं। इसमें हजारो श्रमिकों का भी कामकाज बंद रहा। लेकिन गत दिनों राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक के बाद चाय बगानों को खुला रखने का आवेदन किया था। धीरे-धीरे ही सही सोमवार को मिरिक महकमा क्षेत्र के सभी बागान खुल गए। आज सुबह अधिकाश चाय बागानों के साइरन बजने के बाद श्रमिकों में खुशी का माहौल देखा गया। पहले दिन फुवागड़ी चाय बागान , सौरेनी , सिंगबुली, घैयाबारी, मर्मा, थर्बू, ओकेटी , गोपालधारा, और सियोक चाय बागानो मे सामान्य रुप मे कामकाज हुआ। अधिकाश चाय बागानों के चाय पौधों में घास लगने के कारण श्रमिकों को काफी समस्या हुई।
सरकारी अवकाश पर भी डाकघर में हुआ काम
संवाद सूत्र, मिरिक: गांधी जयंती के अवसर पर देश भर में सभी सरकारी कार्यालय बंद थे। लेकिन सरकारी अवकाश के बावजूद मिरिक का डाकघर खुला रहा। कर्मचारियों ने डाक के सामग्रियों को खोलकर निरीक्षण करने का काम किया। मिरिक सब पोष्ट अफिस के आफिसर अर्पण राई ने बताया कि गत तीन महीनों से पहाड़ बंद के कारण सभी आवश्यक कागजात सिलीगुड़ी के डाकघर में ही है। काम सुचारू तरीके से चलने कुछ समय और लगेगा। डाकघर बंद होने के कारण विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। आवश्यक कागजात समय पर नहीं मिल पाया।