सरकार के फैक्ट्री ऑफिसर ने हिमघर का किया निरीक्षण
- दूसरे दिन भी गैस रिसाव जारी, दमकल कर्मियों ने किया पानी का छिड़काव जागरण संवाददात
- दूसरे दिन भी गैस रिसाव जारी, दमकल कर्मियों ने किया पानी का छिड़काव जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: हिमघर में अमनोनिया गैस की पाइप फटने की घटना को लेकर अभी भी लोगों में दहशत का माहौल है। इलाके में कई पेड़ों को नुकसान हुआ है। पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो चुका है। पत्तियां काली हो गई है। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द समस्या का हल करने की मांग की है। गैस के प्रभाव को कम करने के लिए अभी भी दमकल कर्मियों द्वारा पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से फैक्ट्री ऑफिसर मौके का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने पाइप फटने के बारे पूरी जानकारी लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है। पाइप फटने के दूसरे दिन भी गैस रिसाव होता देखा गया। इसे ध्यान में रखकर घटना के बाद से ही एक दमकल मौके पर ही मौजूद है। गैस के चलते भीतर में रखे आलू भी बर्बाद हो रहा है। अगर यहां से आलू की बोरी हटाई गई तो दीवार गिरने का डर है। इसलिये फैक्ट्री ऑफिसर श्यामल मंडल ने बोरी हटाने से मना किया है। उन्होंने पाइप फटने के बारे में पूरी छानबीन की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कोलकाता से विशेषज्ञ टीम आने की बात होने के बावजूद कोई नहीं पहुंचे हैं। अमोनिया गैस की पाइप फटने से लोगों व वातावरण को काफी नुकसान हुआ है।
ज्ञातव्य है कि सोमवार को जलपाईगुड़ी के मोहित नगर स्थित हिमघर में अमोनिया गैस की पाइप फटने से इलाके में हड़कंप मच गया था। फलस्वरूप गैस रिसाव से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा था। आंखों में भी जलन की शिकायत थी। गैस की पाइप फटने से हिमघर को भी काफी नुकसान हुआ है। गैस सहन नहीं कर पाने के चलते स्थानीय लोग अपना घर छोड़कर इलाके से काफी दूर चले गए थे। इस प्रकार की घटनाएं पहले भी हो चुकी है, लेकिन दमकल व हिमघर विभाग की ओर से कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया है। उक्त आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने दमकल कर्मियों व हिमघर के कर्मचारियों ने अपने ही प्रबंधन का घेराव कर विरोध प्रकट किया था। पाइप फटने की घटना में कई लोग घायल भी हुए थे।