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वीरपाड़ा के लोगों ने सीएम से की आडिटोरियम की मांग

- सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बनाया जाता है अस्थाई मंच - 23 साल के बाद भी कम्युनिटी हॉल

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 05:43 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 05:43 PM (IST)
वीरपाड़ा के लोगों ने सीएम से की आडिटोरियम की मांग
वीरपाड़ा के लोगों ने सीएम से की आडिटोरियम की मांग

- सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बनाया जाता है अस्थाई मंच

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- 23 साल के बाद भी कम्युनिटी हॉल का काम नहीं हुआ पूरा

संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे के दौरान कूचबिहार में उत्सव आडिटोरियम का उद्घाटन किया। अब वीरपाड़ा के लोगों को भी मुख्यमंत्री से उम्मीद जगने लगी है। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वीरपाड़ा में भी एक आडिटोरियम बनाने का एलान करें। संस्कृति व कला का भरमार होने के बाद भी शहर में एक भी आडिटोरियम, सिनेमा घर व सभाकक्ष नहीं है। फलस्वरूप अधिकांश तौर पर अस्थाई मंच बनाकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस कारण कार्यक्रम का खर्च और अधिक बढ़ जाता है।

वर्तमान समय में वीरपाड़ा हाईस्कूल के मंच व सारना एसटी क्लब का कम्युनिटी हॉल वीरपाड़ा में है। इसमें ज्यादातर सांस्कृतिक कार्यक्रम वीरपाड़ा हाईस्कूल के मंच में ही आयोजित किए जाते हैं। शहर के संस्कृति को चर्चा में आने के लिए साल 1995 में वीरपाड़ा मजदूर मैदान में कम्युनिटी हॉल बनाने का काम शुरू हुआ था। लेकिन 23 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक कम्युनिटी हॉल का काम पूरा नहीं हुआ। वर्तमान समय में हॉल भूत बंग्ला के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है। दरवाजा व खिड़की सब टूट चुका है। अधूरे हॉल के चारों तरफ कचरे का अंबार लगा रहता है। फलस्वरूप बदबू से राहगीरों को चलना भी मुश्किल हो रहा है।

आडिटोरियम न होने से वीरपाड़ा बस स्टैंड के पास खाली जगह पर टेंट बनाकर ही सादरी फिल्म का प्रदर्शनी किया जा रहा है। आयोजक कमेटी की ओर से कमल टोप्पो ने कहा कि गत 17 अक्टूबर से अस्थाई टेंट में भी फिल्म का प्रदर्शनी किया जा रहा है। इसके निर्माण में काफी खर्च हो जाता है। प्लास्टिक का छावनी होने के कारण भीतर में काफी गर्मी होती है। फलस्वरूप दर्शक भीतर नहीं आते हैं। अगर शहर में एक आडिटोरियम हो तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों व प्रदर्शनी में आयोजक कमेटियों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी।

तात्कालिन पंचायत प्रधान बरीन राई ने कहा कि वर्ष 1995 से कम्युनिटी हॉल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था लेकिन 23 साल के बाद भी हॉल का काम पूरा नहीं हो सका है। स्वर्ण पदक प्राप्त नृत्य कलाकर व शिक्षिका सरस्वती राय ने कहा कि शहर में आडिटोरियम व कम्युनिटी हॉल न होने से कार्यक्रम आयोजित करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इच्छा होने के बाद भी मजबूरन आयोजन नहीं कर पाते हैं। मदारीहाट पंचायत समिति के अध्यक्ष रोहित शर्मा ने कहा कि पंचायत समिति के सदस्य को कम्युनिटी हॉल के बारे में जानकारी दे दी गई है। समिति का काम शुरू होते ही, हॉल के निर्माण कार्य की भी व्यवस्था की जाएगी।


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