बंद हुआ डुवार्स का चेंगमारी चाय बागान
डुवार्स का चेंगमारी चाय बागान के गेट में मंगलवार को ताला लग गया। जिससे चाय बागान में काम करने वाले छह हजार श्रमिक व कर्मचारी बेरोजगार हो गए
संवाद सूत्र, नागराकाटा : डुवार्स का चेंगमारी चाय बागान के गेट में मंगलवार को ताला लग गया। जिससे बागान में काम करने वाले स्थायी व अस्थायी मिलाकर करीब छह हजार चाय श्रमिक व कर्मचारी बेरोजगार हो गए। बागान प्रबंधन ने नोटिस जारी कर घोषित कर दिया है कि अगली विज्ञप्ति जारी नहीं होने तक बागान का कामकाज बंद रहेगा। बागान बंद का कारण सुरक्षा की कमी व विधि व्यवस्था का अभाव बताया गया है। श्रमिक संगठनों ने बागान बंद कर देने के फैसले का तीव्र विरोध किया है। मालबाजार के महकमा शासक सियाद एन ने कहा कि ई-मेल के जरिए बागान की ओर से विज्ञप्ति की प्रतिलिपि भेजी गई है। आला अधिकारियों को इस विषय की जानकारी दी गई है। बागान शीघ्र खोलने के लिए मालिक पक्ष से बातचीत की जा रही है। नागराकाटा के विधायक तथा सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के चाय श्रमिक संगठन चाय बागान तृणमूल कांग्रेस मजदूर यूनियन के महासचिव सुकरा मुंडा ने कहा कि चेंगमारी में जो समस्या हुई थी, उसके बावजूद बागान प्रबंधन का यह फैसला दुखद व श्रमिक हित विरोधी है। प्रशासन को सारी जानकारी दी गई है। जल्द बागान खुलनी चाहिए। सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के नागराकाटा ब्लॉक कमेटी के विधायक तथा बागान के निवासी अमरनाथ झा ने कहा कि सोमवार को श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थिति संभालने के लिए कोई नहीं रहने के कारण कुछ अप्रिय घटना घट गई। दूसरी ओर, मालिक संगठन टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के डुवार्स शाखा के सचिव राम अवतार शर्मा ने कहा कि चेंगमारी चाय बागान की परिस्थिति जटिल हो गई थी। उल्लेखनीय है कि सिर्फ चेंगमारी ही नहीं कैरन व धरनीपुर जैसे दो बंद चाय बागानों के श्रमिकों की रोजीरोटी इसी बागान पर निर्भरशील है। करीब 20 हजार लोग इस बागान पर निर्भरशील है। चेंगमारी चाय बागान प्रबंधन के फैसले से इस बागान से जुड़े सभी इलाके में निराशा व्याप्त है। गौरतलब है कि विगत शुक्रवार को लुकसान ग्राम पंचायत में बोर्ड गठन के बाद से ही चेंगमारी में अशांति का माहौल उत्पन्न हो गया था।