गोरखा समुदाय के लोगों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया दशैं का त्योहार
संवादसूत्र चामूर्ची विजयदशमी के दिन से पूर्णिमा तक गोरखा समुदाय घर के अभिभावक एवं बुजुगरें
संवादसूत्र, चामूर्ची : विजयदशमी के दिन से पूर्णिमा तक गोरखा समुदाय घर के अभिभावक एवं बुजुगरें के हाथों से टिका लगाते हुए आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। डुआर्स के चाय बागानों में काफी संख्या मे गोरखा समुदाय के लोग रहते हैं एवं यह परंपरा आज भी गोरखा समुदाय में कायम है। विजयदशमी के दिन दुर्गा पूजा का समापन विसर्जन के साथ होता है वही इसी दिन गोरखा समुदाय के लोग अपने अभिभावक एवं बुजुर्ग के हाथों से दशै टीका काफी हर्षोल्लास एवं धार्मिक परंपरा एवं रीति रिवाज के अनुसार मनाते हैं। दशैं टीका के लिए वर्ष में एक बार मुख्य घर में परिवार के सभी सदस्य जरूर पहुंचते हैं एवं अपने माता पिता एवं बुजुर्ग के हाथों से टीका लगाते हुए आशीर्वाद लेते हैं। टीका के लिए परिवार के कोई भी सदस्य कहीं पर भी हो लेकिन वर्ष में एक बार घर की बुजुर्ग अभिभावक के हाथों से टीका लगाने जरूर पहुंचते हैं। टीका लगाने के बाद बुजुर्ग एवं अभिभावक भी यथाशक्ति दक्षिणा भी देते हैं घर मे पके हुए भोजन परोसते है। वही टीका लगाने के लिए जब परिवार के सदस्य पहुंचते हैं तो शगुन एवं मीठाई जरूर साथ में ले जाते हैं। दशै टीका ललाट पर लगाया जाता है जो दही एवं चावल के मिश्रण से बनाया होता है। दशै टिका को लेकर चाय बागान में गोरखा समुदाय के लोगों में काफी उत्साह देखा जाता है।