तृणमूल कांग्रेस ने जलपाईगुड़ी जिला परिषद का किया गठन
- उतरा बर्मन सभाधिपति व दुलाल देवनाथ को बने उप सभाधिपति - बोर्ड गठन के दौरान जिला परिष्
- उतरा बर्मन सभाधिपति व दुलाल देवनाथ को बने उप सभाधिपति
- बोर्ड गठन के दौरान जिला परिषद के सदस्य पारंपरिक पोशाक में नजर आए
- चाय बागान क्षेत्र के विकास के लिए कार्यकारी अध्यक्ष की मांग: सौरभ
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को जलपादईगुड़ी जिला परिषद का बोर्ड गठन कर अपना सभाधिपति व उप सभाधिपति नियुक्त किया। जिला परिषद के बोर्ड गठन के दौरान सभी सभी निर्वाचित सदस्य पारंपरिक पोशाक पहनकर कार्यालय पहुंचे थे। आदिवासी नेताओं ने भी पारंपरिक पोशाक धारण किया था। दूसरी ओर नेपाली समुदाय के सदस्य अपने पारंपरिक पोशाक पहनकर आए थे। इस बार जिला परिषद में चाय श्रमिकों के विकास के लिए अलग से कार्यकारी अध्यक्ष की मांग की गई है।
राज्य के मंत्री व जिला पर्यवेक्षक अरूप विश्वास द्वारा दो दिन पहले किए गए घोषणा के अनुसार ही बुधवार को उतरा बर्मन को सभाधिपति व दुलाल देवनाथ को उप सभाधिपति नियुक्त किया गया। इधर, बोर्ड गठन के दौरान नेता व कार्यकर्ताओं की भीड़ अधिक होने के चलते उतरा अपने कुर्सी पर भी नहीं बैठ पाई। फिर नेताओं ने उसे लेकर रैली निकाली। बोर्ड गठन के दौरान काफी अव्यवस्था नजर आई। विदाई सभाधिपति नुरजहां बेगम को सम्मान भी नहीं देने का आरोप लगाया गया है।
इससे पहले बोर्ड गठन के दौरान पूर्व सभाधिपति नुजजहां बेगम ने नए जिला परिषद के सभाधिपति का प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव का जिला परिषद के सदस्य विधान चंद्र राय ने समर्थन किया। फिर उप सभाधिपति के तौर पर दुलाल देवनाथ के नाम का प्रस्ताव दिया गया। इस प्रस्ताव का जिला परिषद के सदस्य ममता वैद्य ने समर्थन किया।
जिला परिषद के मीटिंग हॉल में ही सभाधिपति नियुक्ति की प्रक्रिया संपन्न हुई। दस दौरान तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती स्वयं मौजूद थे। बोर्ड गठन के बाद उन्होंने कहा कि इस बार सरकार से चाय बागान पर विशेष ध्यान देने की मांग की गई है। इस कार्य के लिए अलग से अध्यक्ष नियुक्त करने का आवेदन रखा गया है। जो चाय श्रमिकों के विकास कार्य पर ध्यान देगी। पहली बार तृणमूल कांग्रेस ने अकेले के दम पर जिला परिषद पर कब्जा जमाया है। नया बोर्ड जिले के विकास के लिए तत्पर रहेगी।
नवनिर्वाचित सभाधिपति उतरा बर्मन ने कहा कि वह जिला के हर क्षेत्र में विकास कार्य को पहुंचाने का काम करेगी। पार्टी के निर्देशों का ध्यान रखा जाएगा। सबसे पहले पेयजल की समस्या का हल करेंगी। नागराकाटा जिला परिषद के सदस्य गणेश उराव ने कहा कि तीर-धनुष व सिर पर मोर पंख ही उनलोगों का पारंपरिक पोशाक है। ज्ञातव्य है कि कुल 19 सीटों वाली जिला परिषद में सभी 19 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी।