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शरणार्थी बस्ती के 76 परिवारों को मिला जमीन का पट्टा

- अलीपुरद्वार के डुवार्स कन्या में आयोजित किया गया कार्यक्रम - कैंप लगाकर परिवारों को शरणा

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 06:17 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 06:39 AM (IST)
शरणार्थी बस्ती के 76 परिवारों को मिला जमीन का पट्टा
शरणार्थी बस्ती के 76 परिवारों को मिला जमीन का पट्टा

- अलीपुरद्वार के डुवार्स कन्या में आयोजित किया गया कार्यक्रम

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- कैंप लगाकर परिवारों को शरणार्थी प्रमाण पत्र देंगे: विधायक संवाद सूत्र, अलीपुरद्वार: एनआरसी के दहशत के बीच अलीपुरद्वार जिले के शरणार्थी बस्ती में रहने वाले परिवारों को पट्टा देने का काम शुरू हुआ। मंगलवार को जिला प्रशासनिक भवन डुवार्स कन्या में नगरपालिका के पांच शरणार्थी बस्ती के 76 परिवारों को जमीन का पट्टा प्रदान किया गया। इस दौरान मौजूद विधायक सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि शरणार्थी बस्ती के परिवारों को जमीन का पट्टा दिलाने के लिए कैंप लगाकर जरूरी शरणार्थी प्रमाणपत्र दिया जाएगा। आगामी आठ नवंबर से वितरण प्रक्रिया शुरू होगी। इधर, मंगलवार को पट्टा मिलने से शरणार्थी परिवार के लोग काफी खुश नजर आएं।

राज्य शरणार्थी व पुनर्वास विभाग के परामर्शदाता कमेटी के चेयरमैन मृदुल गोस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री के विशेष पहल पर ही राज्य के सभी शरणार्थी बस्ती के परिवारों को जमीन का पट्टा दिया जा रहा है। अलीपुरद्वार नगरपालिका के चार नंबर वार्ड स्थित मनोजित मंडल शरणार्थी बस्ती के निवासियों को जमीन का पट्टा दिया जा रहा है। वहीं माकपा समर्थित यूसीआरसी के जिला महासचिव नारायण राय ने कहा कि माकपा के समय में ही राज्य के शरणार्थियों को पुनर्वास दिलाने के लिए आंदोलन किया गया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सरकार आने से पुनर्वास काम की गति कम में गिरावट आई है। वर्तमान सरकार ने अब तक एक भी शरणार्थी बस्ती को सरकारी अनुमोदन नहीं दिया है। मनोजित नगर को भी वर्ष 2006 में शरणार्थी बस्ती की स्वीकृति दी गई थी।

जिला भूमि व भूमि संस्कार विभाग के अधिकारी व अतिरिक्त जिलाधिकारी दीपांकर पिपलई ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से मनोजित नगर के अलावा अरविंद नगर, सुभाषपल्ली, बाबुपाड़ा व सूर्यनगर कॉलोनी के कई परिवारों को जमीन का पट्टा दिया गया। पट्टा पाने वालों को अपने इलाके के बीएलआरओ से संपर्क करने के लिए कहा गया है।


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