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रेलवे चालक की गला दबाकर हत्या

संवाद सहयोगी अंडाल अंडाल थाना के तेरह नंबर कालोनी निवासी रेलवे के वरीय सहायक लोको

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 11:00 PM (IST)
रेलवे चालक की गला दबाकर हत्या
रेलवे चालक की गला दबाकर हत्या

संवाद सहयोगी, अंडाल :

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अंडाल थाना के तेरह नंबर कालोनी निवासी रेलवे के वरीय सहायक लोको पायलट (चालक) सत्येंद्र कुमार भास्कर 39 वर्ष की गला दबाकर हत्या का मामला सामने आया है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया। जहां उसके परिवार के सदस्य भी पहुंचे। हालांकि हत्या की वारदात को किसने अंजाम दिया, इसकी जांच पुलिस कर रही है। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।

मंगलवार की दोपहर वह ड्यूटी आफ कर अपने तेरह नंबर कालोनी स्थित आवास में आए थे। फिलहाल वह क्वार्टर में अकेले ही रहते थे। उसकी पत्नी अपने घर बिहार के पटना में है। बुधवार की सुबह आठ बजे उसके साथी अभिषेक कुमार क्वार्टर में पहुंचे। एक तरफ का दरवाजा बंद था। जब वे दूसरी तरफ का दरवाजा धकेला तो वह खुल गया। अंदर जाने पर वह सन्न रह गया। अंदर बेड पर सत्येंद्र का शव पड़ा हुआ था। जिसकी जानकारी उसने अन्य साथियों को दी। आसपास के लोग भी पहुंचे। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता रूपेश यादव भी पहुंचे। सूचना मिलने पर अंडाल थाना की पुलिस पहुंची एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया एवं मामले की जांच में जुट गई। आसनसोल में दोहपर में पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजनों को सौंप दिया गया।

दोपहर से पत्नी कर रही थी फोन :

सत्येंद्र की पत्नी फिलहाल परिवार वालों के साथ पटना में है। वह गर्भवती है। दो माह पहले ही पत्नी को घर पहुंचाया था। मंगलवार की दोपहर डेढ़ बजे से पत्नी सत्येंद्र को फोन कर रही थी। लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था। अंत में पत्नी ने उसके साथ अभिषेक को सूचना दी। अभिषेक बुधवार सुबह उसके क्वार्टर में पहुंचा, जहां उसका शव पड़ा हुआ था।

दोपहर में घर में कोई महिला व पुरुष था : सत्येंद्र ने अपने कर्मियों को बताया था कि उसके घर पर साला का साला आने वाला है। इस कारण उसने छोटी ड्यूटी ली। लेकिन हत्या के बाद से उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं पड़ोसियों का कहना है कि दोपहर के समय उसके क्वार्टर से एक महिला व एक पुरुष की आवाज आ रही थी। हालांकि वे कौन थे, कब आएं एवं कब गए। इसका पता नहीं चल पाया है। अनुमान किया जा रहा है कि उनलोगों ने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया है व फरार हुए हैं। क्योंकि क्वार्टर के पीछे का दरवाजा खुला हुआ था। जबकि सत्येंद्र बेड पर कमर तक कंबल ओढ़े सोया था। पुलिस पड़ोसियों से बातचीत कर भी अपराधियों तक पहुंचना चाहती है।

फोन को भी खंगाल रही पुलिस :

सत्येंद्र के हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिस उसका फोन विवरण भी खंगाल रही है। फोन के माध्यम से पुलिस अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश में लगी हुई है।

गर्दन एवं हाथ में निशान : सत्येंद्र के गले एवं हाथ पर दाग का निशान है। जिससे स्थानीय लोग अनुमान कर रहे है कि उसकी हत्या हुई है। ईआरएमसी शाखा एक के सचिव विकास प्रसाद ने कहा कि फोन पर एक साथी से जानकारी मिलने पर मैं वहां पहुंचा तो उसका शव बेड पर पड़ा हुआ था। उसने कहा कि वह काफी सरल एवं मिलनसार व्यक्ति था। उसके गले एवं हाथ पर निशान भी दिखाई दिया।

अभिषेक गुप्ता, पुलिस उपायुक्त दुर्गापुर, आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने कहा कि रेलवे चालक की आरंभिक जांच से यह हत्या का मामला लग रहा है। गला दबाकर हत्या की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।


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