ओसीपी से हो रही कोयला तस्करी
जाटी दुर्गापुर/ अंडाल सीबीआइ की कार्रवाई के बाद काफी समय से कोयला तस्करी पर अंकुश ल
जाटी, दुर्गापुर/ अंडाल : सीबीआइ की कार्रवाई के बाद काफी समय से कोयला तस्करी पर अंकुश लगा है। लेकिन उसके बाद एक बार फिर कोयला तस्कर सक्रिय हो रहे है। जिसका नतीजा है कि कोयला चोरी की घटनाएं सामने आ रही है। अब कोयला तस्कर खुली खदानों में निजी संस्था के कर्मियों से सांठगांठ कर कोयला निकाल रहे हैं। बीच-बीच में आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरेट के विभिन्न थाना की पुलिस द्वारा कोयला लदा ट्रक पकड़ा जा रहा है। एक बार फिर अंडाल थानांतर्गत काजोड़ा क्षेत्र के जामबाद ओसीपी से भी ऐसे ही कोयला तस्करी के लिए लोड हुए एक डंपर को पुलिस ने सोमवार की रात जब्त किया। जहां से निजी संस्था के अधिकारी सिदुली निवासी राम कुमार सिंह एवं रानीगंज निवासी चालक उत्तम कुमार स्वर्णकार को गिरफ्तार किया। मंगलवार को आरोपितों को दुर्गापुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां दोनों की जमानत नामंजूर हो गई एवं चार दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। रिमांड अवधि में पुलिस जानने की कोशिश करेगी कि इस कोयला तस्करी का मास्टर माइंड कौन है, किसके इशारे पर किसकी मिलीभगत से कोयला तस्करी हो रही थी। इस कोयला को कहां भेजने की योजना थी।
काजोड़ा के मां पद्मावती मंदिर के करीब जामबाद ओसीपी का विस्तार हो रहा है। जिसकी मिट्टी हटाने का दायित्व मृण्मय इंटरप्राइज को सौंपा गया है। कुछ गहराई तक मिट्टी काटने के बाद कोयला मिल गया। जिसके बाद ईसीएल की ओर से विस्फोट कर यहां कोयला का उत्पादन होने लगा। वहीं कोयला तस्करों की नजर यहां पड़ी। ओबी हटाने वाले निजी कंपनी के कुछ लोगों के सहयोग से इस कोयले की तस्करी शुरु हो गई। सोमवार की रात भी एक ट्रक कोयला लोड किया गया था। जिसकी जानकारी मिलने पर अंडाल थाना की पुलिस पहुंची एवं कोयला लदे डंपर को जब्त किया। वहीं प्रोजेक्ट इंचार्ज राम कुमार सिंह एवं चालक उत्तम कुमार स्वर्णकार को गिरफ्तार किया।
कंपनी के शिफ्ट इंचार्ज ने दर्ज करवाई प्राथमिकी : निजी कंपनी के शिफ्ट इंचार्ज उज्ज्वल दास ने बताया कि रात के समय गश्ती के दौरान मैंने एक अज्ञात व्यक्ति को माइंस के करीब मोटरसाइकिल से चक्कर काटते देखा। पूछने पर बिना जवाब दिए वह चला गया। कोयला फेस में मेरे सीनियर अधिकारी राम सिंह खड़े थे। उनसे बिना कुछ पूछे वापस डंपिग प्वाइंट पर चला गया। कुछ देर बाद मैं वापस वहां गया तो देखा कि डंपर वहां खड़ा है, उसमें जेसीबी के माध्यम से कोयला लोड किया जा रहा था। नजदीक जाने पर राम सिंह ने मुझे वापस जाने को कहा, प्रश्न पूछने पर वहां मौजूद दो लोगों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की। वहां से वापस लौट कर मैंने पुलिस को घटना की सूचना दी।
कई दिनों से मिल रही थी कोयला चोरी की सूचना : वहीं मृण्मय इंटरप्राइज के मालिक केके बनर्जी ने बताया कि हमारी कंपनी का काम केवल मिट्टी काटना है, कोयला हमारे प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं है। कोयले पर ईसीएल का अधिकार है। कुछ समय पहले भी कोयला चोरी की सूचना मेरे पास आयी थी, इस कारण पिछले गुरुवार को भी मैं रात में यहां जायजा लेने आया था, परंतु मुझे कामयाबी हाथ नहीं लगी। रात के समय सुपरवाइजर उज्जवल दास ने मुझे घटना की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। उज्ज्वल दास ने मंगलवार को अंडाल थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।