बाइक चोर गिरोह ने मारी थी स्वर्ण व्यवसायी को गोली
पांडेश्वर थाना के खुट्टाडीह एरोड्रम के समीप स्वर्ण व्यवसायी मनोज गुप्ता को गोली मारने की घटना का जल्द खुलासा हो जाने की उम्मीद है।
दुर्गापुर : पांडेश्वर थाना के खुट्टाडीह एरोड्रम के समीप स्वर्ण व्यवसायी मनोज गुप्ता को गोली मारने की घटना का जल्द खुलासा हो जाने की उम्मीद है। आरंभिक जांच में पता चला है कि बाइक चोर गिरोह के लोगों ने पूरे योजना के साथ घटना को अंजाम दिया है।
मालूम हो कि पांडेश्वर थाना के खुट्टाडीह एरोड्रम के समीप बुधवार की रात स्वर्ण व्यवसायी मनोज वर्मा पर घात लगाए अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था। उन्हें गोली मारी गई थी। गोली गले से आर-पार हो गई थी। गंभीर हालत में पुलिस एवं स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज के लिए दुर्गापुर के हेल्थ वर्ल्ड अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां वेंटिलेशन पर रखा गया है। हालत अब भी नाजुक है।
बताया जाता है कि पांडेश्वर के खुट्टाडीह लोटन चंडी स्थान के पास मनोज की दुकान है। प्रत्येक दिन की भांति बुधवार की रात भी दुकान बंद कर वे डीवीसी मोड़ स्थित घर लौट रहे थे। उसी समय सुनसान खुट्टाडीह एरोड्रम के समीप गति अवरोधक के समीप जैसे ही उन्होंने बाइक की गति को कम की, उसी समय दो युवक उनके सामने आ गए व उनकी बाइक छीनने की कोशिश की। बाधा देने पर उनके गले में गोली मार दी। तब तक स्थानीय लोग वहां पहुंचे, उन्हें देखकर अपराधी फरार हो गए।ं घटनास्थल से ही उनकी बाइक भी बरामद की गई है।
फंड संचालन को लेकर चल रहा था विवाद, पुलिस कर रही जांच:
मनोज फंड का संचालन भी करते थे। फंड को लेकर भी उनका विवाद चलता था। परिवार वालों से बातचीत के बाद भी पुलिस को आरंभ में फंड को लेकर ही संदेह हुआ एवं पुलिस मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने रात के समय ही फंड से जुड़े पांच लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की। लेकिन पूछताछ में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई, इस कारण उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं पुलिस बाइक चोरी एवं छिनतई करने वालों गिरोह पर भी नजर रख रही थी। बाइक चोरी में जुड़े तीन-चार लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसमें पुलिस को कुछ सुराग भी मिला है, जिसके आधार पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही है। वहीं अपराधियों के पास कहां से आग्नेयास्त्र आया, इसकी भी जांच की जा रही है।
मामले का जल्द खुलासा करें पुलिस:
मनोज के हाथ में सोने की अंगूठी रहने से परिवार वालों को संदेह हुआ कि यह काम छिनतई बाजों के अलावा अन्य किसी का है। उनके पुत्र अमन वर्मा ने कहा कि पिता ने बताया कि दो लोगों ने घटना को अंजाम दिया। मामा सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि किसी के साथ उसकी दुश्मनी नहीं थी। पुलिस को मामले की जांच कर खुलासा करना चाहिए। भाई श्रवण वर्मा ने भी फंड के विवाद को उठाया। पत्नी मंजू वर्मा ने कहा कि पुलिस को जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए।