कोहरा से बढ़ी दुर्घटना, चालकों को समझाने में जुटी यातायात पुलिस
-कही चाय तो कही वाहनों को रोक दी जा रही जानकारी नियमों को ताक पर चलाए जा रहे वाह
-कही चाय तो कही वाहनों को रोक दी जा रही जानकारी, नियमों को ताक पर चलाए जा रहे वाहन
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
परिवहन विभाग की मनमानी का ही नतीजा है कि कोहरे में सड़क पर यमदूत बनकर वाहन दौड़ रहा है। बढ़ी ठंड के बीच उत्तर बंगाल में लगातार दुर्घटनाएं बढ़ी है। इसपर लगाम लगाने के लिए यातायात पुलिस की ओर से कई प्रकार की पहल की गयी है। कही यातायात पुलिस की टीम चालकों को चाय पिला रही है तो कही वाहनों को रोककर उन्हें दुर्घटनाओं से बचने के लिए नियम कानून की जानकारी दे रही है। परिवहन विभाग की बात करे तो रात के अंधेरे में इंट्री माफिया का बोलबाला से वह पूरी तरह जान कर भी अंजान बना हुआ है। सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के चलते ट्रक व ट्रॉली असंतुलित होकर अक्सर पलट जाया करते हैं। जिससे कइयों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। वहीं बचे भी तो जिदगी लाचार हो जाती है। परिवहन विभाग आखें मूंदे हुए है। यहां नदियों से अवैध बालू का निकालना जारी है। शहरी क्षेत्रों की सड़कों पर खासकर रातों में ट्रक-ट्रॉली चलते हैं। जिन पर क्षमता से अधिक भार लदा होता है। जो कई बार असंतुलित होकर पलट जाते हैं। यह हर वर्ष देखने को मिल रहा है। चंपासारी, माटीगाड़ा, विधाननगर, घोषपुकुर, सालुगाड़ा और फूलबाड़ी के निकट ट्रॉली के पलटने की घटना हो चुकी है। ऐसे ही लगातार दर्दनाक हादसे देखने व सुनने को मिल रहा है। इनमें कईयों को जान तक गंवानी पड़ी जो बचे उनकी जिदगी लाचार हो गयी। लेकिन उससे संबंधित विभाग से कोई लेना-देना नहीं है। क्योंकि कोहरा शुरू होने से पहले हर वर्ष अधिकारियों द्वारा सड़कों पर चलने वाले वाहनों के आगे पीछे रिफ्लेक्टर लगाने के लिए निर्देश दिए जाते हैं। इसका जायजा लेने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं है। जिसका परिणाम यह है कि बिना रिफ्लेक्टर लगे वाहन गन्ना लेकर चलती दिखाई दे रही हैं। इस पर लगाम कब लग पाएगा यह कहना मुश्किल है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके पीछे एक संगठित गिरोह सक्रिय है जिसका तार सीधा उपर तक जुड़ा हुआ है।