West Bangal: बीएसएफ जवान का जमीन हड़पने को लेकर इलाके में बवाल
भारत-बांग्लादेश बार्डर पर तैनात मालदा जिले के एक बीएसएफ जवान के जमीन को हड़पने व उनके परिवारवालों पर हमला करने का मामला सामने आया है।
मालदा, जागरण संवाददाता । भारत-बांग्लादेश बार्डर पर तैनात मालदा जिले के एक बीएसएफ जवान के जमीन को हड़पने व उनके परिवारवालों पर हमला करने का मामला सामने आया है। बीएसएफ जवान दाउद हुसैन के दिव्यांग भाई पर हमला करने का मामला सामने आया है। आरोप इलाके के दबंग शेख सलीमउद्दीन के खिलाफ लगाया गया है। यह घटना मालदा जिले के इंग्लिश बाजार थाना के नियामतपुर इलाके की है।
उल्लेखनीय है कि बीएसएफ जवान अभी पंजाब के भारत-बांग्लादेश बार्डर पर तैनात है। नियामतपुर में जवान का जमीन है। इस जमीन को इलाके के दबंग व भूमि माफिया हड़पना चाहते है। आरोप है कि 27 नंबर को सलीमदद्दीन ने दाउद हुसैन के घर पर हमला किया। उसके दिव्यांग भाई को बुरी तरह पीटा। हो-हल्ला मचाने पर आस-पड़ोस के लोग बीच-बचाव के लिए आएं।
स्थानीय जिला परिषद की सदस्य अर्चना मंडल ने बताया कि इस तरह की घटना को लेकर सूचना मिली है। मैंने पुलिस प्रशासन से निवेदन किया है कि इस विषय को लेकर कठोर कार्रवाई करें। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने बताया कि जो जवान सीमा पर जान देकर देश व हमारी रक्षा करते है,उसके परिजनों पर हमला किया जा रहा है और स्थानीय प्रशासन अभी तक कुछ नहीं कर पाई। यह शर्म की बात है।
मंदिर का दीवार ढहने से दो श्रमिकों की मौत
सिद्धेश्वरी काली मंदिर का एक्सटेंशन निर्माण चलने के दौरान मिट्टी धंसने और दीवार का एक अंश गिरने से सोमवार को दो श्रमिकों की मौत हो गई और एक घायल हो गया। मृतक की पहचान शुक्लाल हलधर और नीरेन बर्मन के रूप में हुई। गौरतलब है कि उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर थाने के सामने इस्लामपुर अनुमंडल अस्पताल से सटे और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के किनारे सिद्धेश्वरी काली मंदिर परिसर में यह दर्दनाक हादसा हुआ। लोग इसे लेकर सवाल उठा रहें है। वैसे इस्लामपुर थाना और इस्लामपुर फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया। इस्लामपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और साथ ही दोनों मजदूरों के शवों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
श्रमिक और प्रतीक्षा कर्मी कृष्ण दास ने कहा कि हम चार दिनों से काम कर रहे थे। यह घटना तब हुई जब दूसरे घर की दीवारें अचानक ढह गईं। मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य बिरेन दास ने कहा कि काम रसोई की दीवारों को बढ़ाने के लिए किया गया था। लेकिन यह कैसे टूट गया, यह समझ में नहीं आया। इस्लामपुर के पुलिस जिला पुलिस अधीक्षक सचिन मक्कड़ ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहें है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस्लामपुर अस्पताल से सटे और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के पास प्रसिद्ध सिद्धेश्वरी काली मंदिर परिसर में मंदिर के रसोईघर का नवीनीकरण का काम चल रहा था। उस मंदिर के जीर्णोद्धार के दौरान अचानक रसोई की एक दीवार ढह गई। तीन मजदूर कंक्रीट के दीवारों से टकरा गए। खबर मिलते ही इस्लामपुर थाने और इस्लामपुर फायर ब्रिगेड की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। हादसे में दो मजदूर शुक्लाल हलधर और नरेन बर्मन की मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य श्रमिक को गंभीर हालत में इस्लामपुर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से कुछ ही क्षणों में, मंदिर परिसर में दहशत फैल लगी। नेशनल रोड पर हाइड्रेन के पास मंदिर के नवीकरण कार्य के बारे में सवाल उठाए जा रहें है। इस्लामपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। सिद्धेश्वरी काली मंदिर अब आगंतुकों के लिए बंद है।