रसोई गैस की मूल्यवृद्धि के विरुद्ध सड़क पर उतरीं ममता
-चुनाव से पहले उज्ज्वला और चुनाव के बाद अंधेरा नहीं चलेगा -अविलंब लोगों को रसोई गैस
-चुनाव से पहले 'उज्ज्वला' और चुनाव के बाद 'अंधेरा' नहीं चलेगा
-अविलंब लोगों को रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त में दिए जाने की मांग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : आए दिन आसमान छूती जा रही महंगाई, पेट्रोल, डीजल और विशेष कर रसोई गैस की बेलगाम मूल्यवृद्धि के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय नारी दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को सिलीगुड़ी महिलाओं संग एलपीजी सिलेंडर की प्रतिकृति लेकर सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने दार्जिलिंग मोड़ के निकट मल्लागुड़ी से हिलकार्ट रोड पर सिलीगुड़ी जंक्शन, महानंदा ब्रिज, एयर व्यू मोड़ व सेवक मोड़ होते हुए हाशमी चौक तक लगभग ढाई किलोमीटर की पदयात्रा की।
इस दौरान रसोई गैस सिलेंडर का मॉडल लेकर बैनर, पोस्टर व प्ले कार्ड प्रदर्शित करते हुए एवं नारेबाजी करते हुए रसोई गैस की महंगाई के लिए महिलाओं ने केंद्र की मोदी सरकार को जम कर कोसा। 'मंगही गैस और महंगा तेल.. बीजेपी हर काम में फेल' व 'खैला होबे, खैला होबे' (खेल होगा, खेला होगा) नारे लगाए। इस प्रतिवादी पदयात्रा में टॉलीवुड अभिनेत्री व सांसद नुसरत जहां एवं मिमि चक्रवर्ती, महिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्षा चंद्रिमा भट्टाचार्य, आईएनटीटीयूसी अध्यक्षा डोला सेन, राज्य के लोक निर्माण विभाग के मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला के पर्यवेक्षक अरूप विश्वास, वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता व राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव-2021 के लिए तृणमूल कांग्रेस के सिलीगुड़ी के उम्मीदवार प्रोफेसर ओम प्रकाश मिश्रा, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी के उम्मीदवार डॉ. नलिनी रंजन राय व अन्य कई उम्मीदवार एवं दलीय नेता व हजारों की संख्या में कार्यकर्ता समर्थक सम्मिलित रहे।
इस अवसर पर हाशमी चौक पर विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने रसोई गैस की मूल्यवृद्धि के विरुद्ध केंद्र की मोदी सरकार को जम कर कोसा। कहा कि, रसोई गैस की मूल्यवृद्धि आज देश की सबसे बड़ी समस्या है। हमने लोगों को मुफ्त में चावल और राशन दिया तो मोदी जी ने गैस का दाम बढ़ा कर 1000 रुपये तक पहुंचा दिया। वह नहीं चाहते कि गरीबों के घर चूल्हा जले व दाल-भात भी पक सके। नरेंद्र मोदी ने 'उज्ज्वला' देने की बात कह कर माताओं-बहनों को 'अंधेरा' ही दिया है। चुनाव से पहले 'उज्ज्वला' और चुनाव के बाद 'अंधेरा' नहीं चलेगा, नहीं चलेगा। मोदी जी रसोई घर में आग लगाओगे तो माताएं-बहनें छोड़ेंगी नहीं। माताओं-बहनों को समस्या हुई तो फिर घर के पुरुष, पिता-भाई भी बख्शेंगे नहीं। इसलिए अविलंब मुफ्त रसोई गैस दो। जैसे हमने मुफ्त चावल, मुफ्त राशन दिया है, वैसे ही रसोई गैस मुफ्त दो। इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों ने ममता संग 'खैला होबे-खैला होबे' (खेल होगा, खेल होगा) के नारे लगाए।