सिलीगुड़ी का विवेक नीट में बंगाल टॉपर
-720 में 705 अंक हासिल किया देश में सर्वश्रेष्ठ 34वां स्थान -आगे एम्स से पढ़ कर कार्डियाक
-720 में 705 अंक हासिल किया, देश में सर्वश्रेष्ठ 34वां स्थान
-आगे एम्स से पढ़ कर कार्डियाक सर्जन बनने की है तमन्ना, मां-बाप गदगद इरफान-ए-आजम, सिलीगुड़ी :
शहर के न्यू दार्जिलिंग मोड़ इलाके के रहने वाले विवेक कुमार ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में पहले ही प्रयास में बड़ी सफलता का झंडा गाड़ दिया है। वह पश्चिम बंगाल टॉपर हुआ है। उसने कुल 720 में 705 अंक हासिल किया है। देश भर में उसका सर्वश्रेष्ठ 34वां स्थान है। अब आगे देश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एम्स से पढ़ कर विवेक कार्डियाक सर्जन बनने की तमन्ना रखता है।
इस बारे में विवेक ने बताया कि उसके दादा व दादी दोनों की हर्ट सर्जरी हुई है। हर्ट यानी हृदय का मामला कितना जटिल होता है उसे उसने करीब से महसूस किया है। इसीलिए वह दिल के इलाज की दुनिया का ही बड़ा डॉक्टर बनना चाहता है। विवेक के पिता अजय कुमार यादव बिहार के छपरा शहर के कुलदीप नगर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं। अपनी तीन संतानों में सबसे छोटे पुत्र विवेक की इस सफलता से वह गदगद हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरी बड़ी दिली ख्वाहिश थी कि मेरा पुत्र देश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एम्स से पढ़ कर बहुत बड़ा डॉक्टर बने। आज मेरे पुत्र ने उस दिशा में बड़ी सफलता के साथ पहला कदम रख दिया है। उसने मेरा सपना साकार कर दिया है। एक पिता को इससे बड़ी खुशी और क्या चाहिए।
वहीं, विवेक की माता कविता देवी का कहना है कि मेरा बेटा बहुत बड़ा डॉक्टर बन कर देश व समाज की सेवा करे यही मेरी इच्छा है। अपने पुत्र की इस सफलता से वह अभिभूत हैं। उन्होंने पुत्र की पढ़ाई में कदम-कदम बहुत साथ दिया। सिलीगुड़ी के डॉन बॉस्को स्कूल से विवेक ने 93 प्रतिशत प्राप्तांक के साथ 10वीं की परीक्षा पास की थी। उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह राजस्थान के कोटा चला गया। वहां उसने 12वीं की पढ़ाई पूरी की। 96 प्रतिशत अंक से 12वीं उत्तीर्ण हुआ। इसके साथ ही पूरी मेहनत व लगन से नेट की कोचिंग ली। उस दौरान भी मां हमेशा उसके साथ रहीं। इधर, विवेक ने अपने पहले ही प्रयास में नीट में बंगाल में प्रथम और देश में 34वां स्थान प्राप्त बड़ी सफलता का झंडा गाड़ दिया।
विवेक के बड़े भाई विकास कुमार बेंगलुरु में डेटा साइंटिस्ट के बतौर कार्यरत हैं। वहीं, दीदी पूजा कुमारी कोलकाता में चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई कर रही है। अपने भाई की इस फलता से भैया व दीदी भी बहुत गौरवान्वित हैं। उन्होंने कहा कि बचपन से विवेक बहुत तेज और मेहनती विद्यार्थी रहा है। वह सेल्फ स्टडी में हमेशा मगन रहता था। हमें उसकी ऐसी सफ्लता की पूरी उम्मीद थी जो आज पूरी हो गई। विवेक ने भी अपने दादा-दादी, माता-पिता और भैया-दीदी के सदैव स्नेह व सहयोग को अपनी सफलता का श्रेय दिया है। विवेक की इस अद्भुत सफलता से सिलीगुड़ी शहर के लोग भी बहुत गौरवान्वित हैं।