West Bengal: मानव तस्करी गिरोह का खुलासा, अवैध रूप से सीमा पार करते दो बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
Bangladeshi Citizen Arrested बीएसएफ के जवानों ने सीमा पार कर पड़ोसी देश जाने की कोशिश कर रहे दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Bangladeshi Citizen Arrested: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के नदिया जिले में अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर पड़ोसी देश जाने की कोशिश कर रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इस सिलसिले में मानव तस्करी में शामिल एक गिरोह का भी भंडाफोड़ किया है, जो अवैध रूप से लोगों को सीमा पार कराते हैं। अधिकारियों ने बताया कि नदिया के छोटीपुर सीमा चौकी इलाके से होकर दोनों बांग्लादेशी शनिवार रात में अवैध रूप से उस पार जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी आठवीं बटालियन के जवानों ने उन्हें पकड़ा। बीएसएफ की ओर से रविवार को एक बयान में बताया गया कि एक खुफिया सूचना के बाद सीमा चौकी छोटीपुर के पोस्ट कमांडर ने स्पेशल टीम बनाकर अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 500 मीटर पीछे छोटीपुर गांव में तैनात कर निगरानी शुरू की।
इस दौरान बीती रात बीएसएफ जवानों ने भारत की ओर आम बागान में चार-पांच संदिग्ध व्यक्तियों की हरकत देखी। जवानों को देख ये सभी लोग भागने लगे, लेकिन पीछा करके इनमें से दो को पकड़ लिया गया जबकि अन्य व्यक्ति पटसन के खेत, केला बागान और आम बागान का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले।ये सभी अवैध तरीके से बंगलादेश जाने की तैयारी में थे। पूछताछ में पकड़े गए दोनों नागरिकों ने बांग्लादेश का रहने वाला बताया। इनके नाम सुरोजित विश्वास और सुमन मंडल है। सुरोजित बांग्लादेश के खुलना जिले जबकि सुमन यशोर जिले का रहने वाला है।
दोनों बांग्लादेशी हरियाणा में कुछ महीनों से कर रहे थे काम
दोनों बांग्लादेशी नागरिक हरियाणा के सोनीपत जिले में ओम प्लाई वूड कंपनी में पिछले कुछ महीनों से मजदूरी का काम कर रहे थे। लेकिन कोरोना संकट व लॉकडाउन के कारण काम कम होने की वजह से इन्होंने वापस बांग्लादेश जाने का फैसला किया।
बॉर्डर पार कराने के लिए दलालों ने लिए थे प्रत्येक से 6500 रुपये
दोनों ने कुछ भारतीय दलालों का नाम भी बताया है, जो मानव तस्करी द्बारा बॉर्डर पार करने का धंधा करते हैं। दलालों के नाम रवि, निवासी – छतपारा, बंगाल, कादर खान (45), निवासी उमरपुर, पुलिस स्टेशन – हंसखली, जिला- नदिया, बंगाल, मेनुअल मंडल (35), गांव –बडाचुपरिया, पुलिस स्टेशन – हंसखली, जिला- नदिया व मूसा दफादार (43) गांव- उमरपुर, पुलिस स्टेशन – हंसखली, जिला- नदिया है।
पूछताछ में पता चला कि प्रत्येक बांग्लादेशी नागरिकों ने इन भारतीय दलालो को बॅार्डर पार कराने के लिए 6,500 रुपये दिए थे। तलाशी के दौरान उनके पास से कुछ निजी सामान और दवाइयां बरामद हुईं। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए दोनों बांग्लादेशी नागरिकों और जब्त सामानों को पुलिस स्टेशन हंसखली को सौंप दिया है। इधर, 08वीं बटालियन, बीएसएफ के कार्यवाहक कमांडेंट एचएस लुवागं ने बताया की मुस्तैद जवानों द्वारा दिन- रात ड्यूटी में दिखाई हुई तत्परता के कारण तस्कर या बांग्लादेशी अपने मंसूबों मे कामयाब नहीं हो पाते हैं। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की तरफ से शून्य तस्करी अभियान के प्रति हमारी बटालियन के जवान दृढ संकल्पित हैं।