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एक फरवरी से भी पर्यटन उद्योग को हरी झंडी नहीं मिलने से चिंतित सिलीगुड़ी के टूर ऑपरेटर्स

टूर ऑपरेटरों का कहना है कि कोरोनावायरस विधि निषेध के मद्देनजर यदि जिम ब्यूटी पार्लर तथा कई आउटडोर एक्टिविटी चालू रखने की छूट दी जा सकती है तो फिर पर्यटन उद्योग को इसे दूर क्यों रखा गया है। उन्‍हें उम्‍मीद है मुख्‍यमंत्री उनकी रोजी-रोटी का ध्‍यान रखेंगी।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 01:48 PM (IST)
एक फरवरी से भी पर्यटन उद्योग को हरी झंडी नहीं मिलने से चिंतित सिलीगुड़ी के टूर ऑपरेटर्स
दार्जिलिंग में पर्यटन का मौसम शुरू होने को है, मगर पर्यटन स्‍थलों को खोलने की अनुमति नहीं, सांकेतिक तस्‍वीर।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। कोरोनावायरस महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई मिनी लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। राज्य सरकार द्वारा जारी विधि निषेध के मुताबिक 31 जनवरी तक पर्यटन उद्योग को बंद रखा गया है। इस दौरान एक फरवरी से पश्चिम बंगाल में पर्यटन उद्योग को खोले जाने का आदेश अभी तक राज्य सरकार द्वारा जारी नहीं किए जाने से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

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 इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना कि हमलोग कोरोनावायरस विधि निषेध को लेकर राज्य सरकार द्वारा पर्यटन उद्योग को छूट दिए जाने की उम्मीद कर रहे हैं। अगले सप्ताह एक फरवरी मंगलवार से यदि पर्यटन स्‍थलों को खोलने की अनुमति नहीं मिलती है, तो हमलोग अगली रणनीति पर काम करेंगे। इसके लिए रोज बैठक भी  की जा रही है।

पर्यटन उद्योग से जुड़े टूर ऑपरेटरों का कहना है कि कोरोनावायरस विधि निषेध के मद्देनजर यदि जिम, ब्यूटी पार्लर तथा कई आउटडोर एक्टिविटी चालू रखने की छूट दी जा सकती है, तो फिर पर्यटन उद्योग को इसे दूर क्यों रखा गया है। इस बारे में हिमालयन हॉस्पिटैलिटी टूरिज्म  एंड डेवलपमेंट नेटवर्क के महासचिव सम्राट सन्याल का कहना है कि एक फरवरी से पर्यटन उद्योग को चालू रखा जाए इसके लिए वह लोग पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पहले पत्र लिख चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की समस्याओं तथा  उनके परिवार की रोजी-रोटी को ध्यान में रखते हुए पर्यटन उद्योग को चालू किए जाने की घोषणा करेंगी।

वहीं ईस्टर्न हिमालयन ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष देवाशीष मैत्रो का कहना है कि यदि एक फरवरी से कोरोनावायरस को लेकर राज्य सरकार द्वारा नए तरीके से विधि निषेध की घोषणा की भी  जाती है, तो हम लोगों को पूर्ण विश्वास है कि इस बार पर्यटन उद्योग को विधि निषेध से बाहर रखा जाएगा। क्योंकि पर्यटन उद्योग बंद होने से उस उद्योग को काफी नुकसान पहले ही हो चुका है। देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों  से हर साल लाखों पर्यटक दार्जिलिंग, सिक्किम तथा उत्तर बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण के लिए आते हैं। पर्यटन उद्योग से इस क्षेत्र के हजारों लोग जुड़े हैं, जिनके सहारे अपने परिवारों का पालन पोषण करते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग इतना विश्वास दिलाते हैं कि पर्यटन उद्योग चालू होने से भी कोविड-19 प्रोटोकॉल नियमों की अनदेखी नहीं की जाएगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।


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