टाइगर हिल जाने के लिए सिलीगुड़ी से मिले परमिट
-टैक्सी चालकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी खोला मोर्चा -कई स्थानों पर दस्तावेजों की जां
-टैक्सी चालकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी खोला मोर्चा
-कई स्थानों पर दस्तावेजों की जांच से पर्यटकों को परेशानी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : टाईगर हिल जाने की परमिट सिलीगुड़ी से देने की मांग टैक्सी चालकों ने की है। इसके साथ ही सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग जाने-आने के क्रम में टैक्सी व शेयर टैक्सी को जगह-जगह रोक कर तलाशी और दस्तावेजों की जांच के नाम पर पुलिस द्वारा परेशान करने का आरोप भी लगाया है।
शनिवार को तराई चालक संगठन के सदस्यों ने सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में पत्रकारों को संबोधित किया। इनलोगों ने बताया कि सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग जाने और आने के क्रम में सुकना, रोहिणी, कर्सियांग, सोनादा, घूम आदि स्थानों पर पुलिस वाहनों की तलाशी और कागजात की जांच करती है। कई स्थानों पर तलाशी और दस्तावेजों की जांच में फंसने से पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को स्टिीकर या कूपन की व्यवस्था करनी चाहिए। एक जगह तलाशी और दस्तावेज की जांच करने के बाद वाहन चालक को स्टीकर या कूपन प्रदान किया जाए, जिसे दिखाकर वे आगे बढ़ते चलें जाएं। इसके अतिरिक्त टाइगर हिल पर जाने की अनुमति दार्जिलिंग पहुंचने के बाद लेनी पड़ती है। जिसकी वजह से पर्यटकों को एक दिन बेवजह बिताना पड़ता है। जो कि काफी महंगा और परेशानी भरा लगता है।
11 को वाहनों की रहेगी कमी
तराई चालक संगठन की वार्षिक आम सभा 11 जनवरी को निर्धारित किया गया है। सभा का आयोजन सिलीगुड़ी के दार्जिलिंग मोड़ स्थित एक भवन में किया गया है। तराई चालक संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस सभा में सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच टैक्सी और शेयर टैक्सी चलाने वाले करीब छह सौ चालकों के शामिल होने की संभावना है। इसलिए सोमवार को सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच वाहनों की काफी कमी रहेगी। इसलिए तराई चालक संगठन के पदाधिकारियों ने आपातकाल या विशेष आवश्यकता नहीं होने पर दार्जिलिंग जाने या नीचे उतरने की योजना नहीं बनाने की सलाह दी है।