भाजपा व तृणमूल के शासन से ऊब चुकी है जनता, अब कांग्रेस से ही है उम्मीदः शंकर मालाकार
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने भी पश्चिम में अपनी तैयारी शुरू कर दी है। जनसमस्याओं को लेकर सड़क पर उतरने की रूपरेखा बनाई गई है।
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सह विधायक शंकर मालाकार ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में आज देश का कोई भी नागरिक सुखी नहीं है। भाजपा राम के नाम का इस्तेमाल कर लोगों में सांप्रदायिकता का बीज बोने का काम कर रही है। तृणमूल कांग्रेस के साढ़े सात वर्ष के शासन से भी लोग परिचित हैं। अब एकमात्र कांग्रेस ही है, जो देश और राज्य के लोगों को समस्याओं से बाहर निकाल सकती है। मालाकार सिलीगुड़ी के जिला कांग्रेस कार्यालय विधान भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा तथा तृणमूल कांग्रेस के विभिन्न जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस ने राज्य में कानून तोड़ो आंदोलन करने का फैसला लिया है। आगामी 17 तारीख को सिलीगुड़ी में भी इसका पालन किया जायेगा। विधायक ने कहा कि भाजपा राम के नाम पर देश में विभाजन की राजनीति कर रही है। पूरे देश में भाजपा को मात्र कांग्रेस ही चुनौती दे सकती है। राज्य की वर्तमान स्थिति पर श्री मालाकार ने तंज कसते हुए कहा कि लोगों ने यहां वामपंथियों का शासन भी देखा है।
साढ़े सात वर्षों से तृणमूल कांग्रेस का शासन भी देख रहे हैं। देश तथा राज्य में कोई भी नागरिक आज शंति में नहीं है। लोगों को हर क्षेत्र में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल के श्रमिक आज तक न्यूनतम मजदूरी की सुविधा से वंचित हैं। उन्होंने ममता सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस सरकार ने केवल नीला सफेद रंग, खेला व मेला के आयोजन में अपना साढ़े सात वर्ष बिताया है।
इन सभी विषयों को सामने रखते हुए ही प्रदेश कांग्रेस कानून तोड़ो आंदोलन करेगी। मालाकार ने बताया कि 16 जनवरी को कूचबिहार तथा जलपाईगुड़ी में इस कार्यसूची का पालन किया जायेगा। जबकि 17 तारीख की दोपहर 12 बजे से कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला कमेटी के सभी सदस्य महानंदा नदी के लाल मोहन मौलिक निरंजन घाट के सामने इकठ्ठा होंगे। इसके बाद हिलकार्ट रोड होते हुए महकमा शासक के दफ्तर के सामने कानून तोड़ो आंदोलन का पालन किया जायेगा। इसमें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सौमेन मित्र के साथ, अब्दुल मन्नान, दीपा दासमुंशी, एआइसीसी के महासचिव गौरव गोगोई तथा अन्य उपस्थित रहेंगे।