नेताजी के दिल में चीन का था विशेष स्थान: सुगत बोस
बोस के दिल में हमेशा चीन का एक विशेष स्थान था। बंगाल के लोगों के दिलों में चीन का हमेशा से विशेष स्थान रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नेताजी रिसर्च ब्यूरो के निदेशक, बोस के प्रपौत्र व तृणमूल सांसद प्रोफेसर सुगत बोस ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के दिल में चीन का एक विशेष स्थान था। कोलकाता में रविवार शाम 'आधुनिक इतिहास में चीन-भारत संबंध' विषय पर आयोजित सेमिनार में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 80 साल पहले कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर नेताजी ने डॉ एम अटल के नेतृत्व में एक मेडिकल मिशन चीन भेजा था।
उन्होंने चीन के प्रति नेताजी के मन में गहरे आदर को इंगित करते हुए जोर देकर कहा कि बोस के दिल में हमेशा चीन का एक विशेष स्थान था। इसके साथ प्रोफेसर बोस ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के 1924 में चीन दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि बंगाल के लोगों के दिलों में चीन का हमेशा से विशेष स्थान रहा है।
उन्होंने कहा कि इस दौरे ने चीन-टैगोर और विश्र्वभारती विश्र्वविद्यालय के बीच लंबे समय तक चलने वाले सहयोग का मार्ग प्रशस्त किया था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना के दिन नेताजी के बड़े भाई शरत चंद्र बोस ने माओ जेडोंग के साथ बधाई टेलीग्राम का आदान-प्रदान किया था।
इस सेमिनार में विदेशों से आए कई गणमान्य शिक्षाविद् भी उपस्थित थे। इस दौरान कई चीनी और भारतीय विद्वानों ने 1850 ई से लेकर अभी तक के भारत-चीन संबंधों व इसमें उतार-चढ़ाव पर प्रकाश डाला।
गौरतलब है कि इससे पहले नेताजी के लापता होने के गहरे रहस्य के बारे में भी कई बार दावा किया जा चुका है कि वह चीन चले गए थे।