समाज के बदलते रुझान को देखते हुए राज्य सरकार ने भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल चलाने की पहल
समाज के बदलते रुझान को देखते हुए राज्य सरकार ने भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल चलाने की पहल की है। सभी जिले में कम से कम एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की प्रक्रिया जारी है।
सिलीगुड़ी, मोहन झा। समाज के बदलते रुझान को देखते हुए राज्य सरकार ने भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल चलाने की पहल की है। सभी जिले में कम से कम एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की प्रक्रिया जारी है। दार्जिलिंग जिले में इस नियम को लागू किया जा रहा है। इस जिले में अंग्रेजी माध्यम का एक स्कूल बनकर तैयार है। नामांकन की प्रक्रिया भी जारी है। अगले कुछ दिनों में यहां पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी।
समय के साथ समाज का ट्रेंड बदल रहा है। जाहिर है अभिभावक भी बदल रहे हैं। हिन्दी या अपनी मातृभाषा के स्थान पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई का क्रेज काफी अधिक है। हर कोई अपने बच्चे को अंग्रेजी स्कूल में ही पढ़ाना चाहता है। गरीब से गरीब आदमी भी चाहता है कि उनका बच्चा अच्छे अंग्रेजी स्कूल में पढ़े। कर्ज लेकर भी मां-बाप अपने बच्चे को पढ़ाना चाहते हैं। करियर के लिए भी अंग्रेजी जरूरी है।
इसी कारण बच्चे और उनके अभिभावक अंग्रेजी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अंग्रेजी स्कूलों की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिलीगुड़ी शिक्षा जिला में कई हिन्दी और बांग्ला माध्यम के सरकारी प्राथमिक स्कूल बंद होने के कागार पर हैं। जबकि कई बंद हो चुके हैं। जो स्कूल चल रहे हैं,उसमें बच्चों की संख्या के लगातार गिरावट आ रही है। सिलीगुड़ी शहर में बांग्ला माध्यम के एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में तो केवल एक विद्यार्थी है। उसे पढ़ाने के लिए एक शिक्षिका।
सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या लगातार घटने से राज्य सरकार ने अंग्रेजी माध्यम में स्कूल संचालन का निर्णय लिया है। सिलीगुड़ी से सटे फांसीदेवा में अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निर्माण कराया गया है। स्कूल का नाम फांसीदेवा गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल (उच्च माध्यमिक) रखा गया है। जानकारी के मुताबिक हर जिले में इसी तरह का गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल खोलने की प्रक्रिया जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मॉडल हाई स्कूल में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी। इसमें नामांकन की प्रक्रिया जारी है। इस शिक्षा वर्ष में पांचवी और छठी कक्षा के लिए नामांकन कराया जा रहा है। इस स्कूल में पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जारी है। मॉडल स्कूल के लिए पब्लिक सर्विस कमिशन (पीएससी)से शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति की जाएगी। नियमानुसार पीएससी जारी स्कूलों में ही नियुक्ति करती है।
इसलिए फांसीदेवा गवर्नमेंट हाई स्कूल की शुरुआत के लिए रिटायर्ड शिक्षकों को नियुक्त किया जा रहा है। 60 से 65 वर्ष के बीच के सात रिटायर्ड शिक्षकों का साक्षात्कार लिया गया था। जिसमें से 6 की नियुक्ति के लिए राज्य शिक्षा विभाग से अपील की गई है। इसी शिक्षा सत्र से इस विद्यालय में पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।
फांसीदेवा गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल में नामांकन की प्रक्रिया जारी है। रिटायर्ड छह शिक्षकों की नियुक्ति की अपील शिक्षा विभाग से की गई है। 60 से 65 वर्ष के रिटायर्ड शिक्षकों को छह महीने के मसौदा पर नियुक्त किया जाएगा। पीएससी से शिक्षकों की नियुक्ति होते ही इन अस्थाई शिक्षकों को हटा दिया जाएगा। इन मॉडल स्कूलों में सरकारी खर्च पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी। राजीव प्रमाणिक, जिला स्कूल निरीक्षक (डीआई)