वार्ड नंबर 9 में युवा चेहरों के बीच हो रही कड़ी टक्कर
-व्यवसायी हितों की सुरक्षा पब्लिक टॉयलेट व जल निकासी है मुद्दा जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी सिल
-व्यवसायी हितों की सुरक्षा, पब्लिक टॉयलेट व जल निकासी है मुद्दा:
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में ट्रेड हब के रूप में चर्चित खालपाड़ा का वार्ड नंबर 9 चुनावी चर्चा के केंद्र में है। इस बार यहां से सभी दलों से युवा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। तृणमूल काग्रेस की ओर से प्रदीप गोयल एक बार फिर से चुनाव मैदान में ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। पिछली बार वह यहां से जीतकर पार्षद बने थे। वहीं फारवार्ड ब्लॉक की ओर से मोहनलाल मंडल चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बीजेपी ने अमित जैन को अपना उम्मीदवार बनाया है। काग्रेस की ओर से हरेंद्र लोहिया चुनाव मैदान में है। वार्ड नंबर 9 एक समय वाममोर्चा के घटक दल फारवर्ड ब्लाक का गढ़ माना जाता था। समय के साथ यह सीट फॉरवर्ड ब्लॉक के हाथ से निकलते हुए कांग्रेस व इसके बाद तृणमूल काग्रेस के कब्जे में चली गई। 2015 में इस सीट पर तृणमूल काग्रेस का कब्जा हो गया था। प्रदीप गोयल यहा से तृणमूल काग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते थे। तृणमूल कांग्रेस ने फिर से उन पर भरोसा करते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। वह अपनी जीत सुनिश्चित करने को लेकर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। अपने द्वारा किए गए विकास कार्यो से लोगों को अवगत करा रहे हैं। वहीं बीजेपी के अमित जैन यहा कमल का फूल खिलाने का हर संभव प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं। वह वार्ड हर घर तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले कई दफे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके हरेंद्र लोहिया इस बार काग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं तथा काग्रेस को वार्ड में स्थापित करने की जुगत में जुटे हुए हैं। फारवार्ड ब्लॉक के मोहन लाल मंडल फिर से इस वार्ड को फारवार्ड ब्लॉक की झोली में डालने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए वार्ड के लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। अब देखना है कि वार्ड नंबर 9 की सीट जनता किसके झोली में डालती है। व्यवसायी हितों की सुरक्षा, पब्लिक टॉयलेट व जल निकासी है मुद्दा:
वार्ड नंबर 9 की बात करें तो यह पूर्ण रूप से व्यवसायिक क्षेत्र है और यहा सामान्य कुछ समस्याएं हैं, जिसको लेकर लोगों की हमेशा शिकायत रही है। इस वार्ड में अधिकतर व्यवसायिक लोग रहते हैं, इसलिए सुरक्षा के विषय को लेकर वह हमेशा अपनी बात रखते रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन बीच में ही काम रुक गया और यह तय समय में पूरा नहीं हो सका। वहीं वार्ड में सड़कों की हालत तो अच्छी है, लेकिन ड्रेनेज व्यवस्था को लेकर शिकायत रही है। कहा जाता है कि बर्द्धवान रोड का ड्रेन काफी ऊंचा है, जिसके कारण वहा तक वार्ड का समुचित पानी पहुंच नहीं पाता है। बारिश के समय कई बार ड्रेन का पानी ही उल्टे वार्ड में घुसने लगता है। इस वार्ड में जल निकासी की समस्या एक बड़ी समस्या बनके उभरी है। वार्ड का अग्रसेन रोड, नेहरू रोड, एमजी रोड पर बारिश के समय जल जमाव हो जाता है। 2010 से पहले यह वार्ड फारवार्ड ब्लॉक के कब्जे में रहा। 2010 में कांग्रेस से सविता देवी अग्रवाल यहां से वार्ड पार्षद बनीं। 2015 से 2021 तक प्रदीप गोयल यहां के पार्षद रहे। व्यवसायिक वार्ड होने के नाते यहां बाहरी लोगों का आना- जाना होता रहता है। व्यवसायिक सुरक्षा के अलावा पब्लिक टॉयलेट इस वार्ड के लिए एक जरूरत रही है। लोगों की शिकायत है कि पिछले पांच साल में पब्लिक टॉयलेट को लेकर ज्यादा कुछ नहीं किया गया है। वार्ड नंबर 9 में कुल 6019 मतदाता हैं। इसमें 3112 पुरूष व 2907 महिला मतदाता हैं। पिछले चुनाव की बात करे तो तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप गोयल यहां से 1692 वोट पाकर चुनाव में विजयी रहे थे, वहीं भाजपा की सविता देवी अग्रवाल 1622 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही थीं। फारवार्ड ब्लॉक से राम अवतार अग्रवाल 495 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि कांग्रेस के सुरेश कुमार मित्रुका 170 वोट पाए थे। निर्दलीय उम्मीदवार हरेंद्र लोहिया को 40 वोट हासिल हुए थे। पिछले आंकड़े को देखा जाए तो बीजेपी ने इस वार्ड में तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी। इस बार इस वार्ड में त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। वार्ड की जनता जीत का सेहरा किसके सिर बांधती है यह तो समय तय करेगा, लेकिन एक बात अच्छी यह है कि हर प्रत्याशी पूरी ताकत से चुनाव जीतने की कोशिश कर रहा है और हर पार्टी ने युवा चेहरे को उम्मीदवार बनाया है।