Siliguri News: बागडोगरा एयरपोर्ट पर दिख रहा कोविड का असर, एक महीने में ही विमान यात्रियों की संख्या में आई जबरदस्त कमी
कोविड के मामलों में दर्ज की जा रही बेतहाशा बढ़ोतरी तथा नए-नए पाबंदियों का असर एक बार फिर से बागडोगरा एयरपोर्ट पर दिखना शुरू हो गया है। यहां एक महीने में ही विमान यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित कमी आई है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। पूरे देश में कोरोना वायरस के मामलों में दर्ज की जा रही बेतहाशा बढ़ोतरी तथा नए-नए पाबंदियों का असर एक बार फिर से बागडोगरा एयरपोर्ट पर दिखना शुरू हो गया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां पिछले वर्ष नवंबर तथा दिसंबर महीने में बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों की संख्या प्रतिदिन 8500 हजार से 9500 के बीच पहुंच गई थी, वहीं जनवरी महीने में विमान यात्रियों की संख्या घटकर ढाई हजार से 4000 प्रतिदिन तक रह गई है।
पर्यटन, त्योहारी सीजन में गुलजार था एयरपोर्ट
बागडोगरा एयरपोर्ट के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अक्टूबर व नवंबर महीने में त्योहारी सीजन होने के साथ ही कोरोनावायरस के नए मामलों में दर्ज की जा रही कमी न्यूनतम स्तरी पर थी। कोरोना के मामलों में कमी होने के चलते दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र तथा सिक्किम में पर्यटकों के जाने की अनुमति प्रदान की गई थी। अनुमति मिलने के बाद इन क्षेत्रों में पर्यटकों के आने का क्रम शुरू हो गया था। इससे बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों की संख्या में भी अच्छी वृद्धि दर की जाने लगी थी। एक तरह से कहा जाए तो बागडोगरा एयरपोर्ट पर रौनक लौटने लगी थी। दिसंबर महीने में जिस तरह से विमान यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी, इससे मार्च 2020 से पहले की चहल पहल बागडोगरा एयरपोर्ट पर देखी जाने लगी थी।
जनवरी महीने में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विमान यात्रियों की संख्या भी अचानक कम हो गई। बागडोगरा एयरपोर्ट प्राधिकरण द्वारा मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक महीने के दौरान बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों की संख्या में दोगुनी कमी हुई है। वहीं विमानों के रद होने की संख्या में भी काफी बढोत्तरी दर्ज की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी का असर बागडोगरा एयरपोर्ट पर पिछले एक वर्ष से देखने को मिल रहा था। कोरोना वायरस की दूसरी लहर शुरू होने के बाद मई महीने से एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों की संख्या में काफी कमी देखी जा रही थी। किसी-किसी दिन तो पांच सौ से लेकर मात्र छह सौ तक यात्रियों की ही आवाजाही हो रही थी।