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West Bangal Coronavirus News: उत्तर बंगाल का सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन वाला शहर सिलीगुड़ी

Coronavirus. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा वर्तमान में सिलीगुड़ी नगर निगम के पांच वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 05 May 2020 04:56 PM (IST)Updated: Tue, 05 May 2020 04:56 PM (IST)
West Bangal Coronavirus News: उत्तर बंगाल का सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन वाला शहर सिलीगुड़ी
West Bangal Coronavirus News: उत्तर बंगाल का सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन वाला शहर सिलीगुड़ी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। Coronavirus. कोरोना वायरस के जानलेवा संक्रमण (कोविड-19) के खतरे की संवेदनशीलता के मद्देनजर उत्तर बंगाल का सर्वाधिक 'कंटेनमेंट जोन' वाला शहर सिलीगुड़ी हो गया है। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा वर्तमान में सिलीगुड़ी नगर निगम के पांच वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं। उनमें वार्ड नंबर 40, 41, 42, 43 व 47 शामिल हैं। वहीं, सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा प्रखंड अंतर्गत पंचायती क्षेत्र सुश्रुत नगर में नाॅर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल (एनबीएमसीएच) के निकट स्थित शांति निकेतन हाउजिंग कंप्लेक्स भी कंटेनमेंट जोन घोषित है।

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यदि जिलावार भी देखें तो उत्तर बंगाल में सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन वाले जिला जलपाईगुड़ी के जिन चार क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, वे सिलीगुड़ी नगर निगम अंतर्गत पड़ने वाले वार्ड नंबर 40, 41, 42 व 43 हैं। वहीं, दार्जिलिंग जिला के जो दो क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं, वे भी सिलीगुड़ी नगर निगम के ही 47 नंबर वार्ड और सिलीगुड़ी शहर के निकटवर्ती माटीगाड़ा प्रखंड के पंचायती क्षेत्र हैं। अर्थात, जलपाईगुड़ी जिला के चारों में चार और दार्जिलिंग जिला के दो में दोनों, कुल छह के छह कंटेनमेंट जोन ही सिलीगुड़ी में ही हैं।

इनके अलावा उत्तर बंगाल में मालदा जिले में तीन, रतुआ के राघवभिटा व डाक बंगला मोमिनपुरा गांव और मानिकचक का नारीदियारा गांव कंटेनमेंट जोन है। कालिम्पोंग जिला में दो कंटेनमेंट जोन कालिम्पोंग नगर पालिका अंतर्गत 11 एवं 12 नंबर वार्ड है। जबकि, उत्तर बंगाल के अन्य जिलों में कोई कंटेनमेंट जोन नहीं है। गौरतलब है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के जानलेवा संक्रमण (कोविड-19) के मामले पाए गए हैं व जहां इसके फैलने का खतरा ज्यादा है उन क्षेत्रों को ही कंटेनमेंट जोन करार दिया जाता है ताकि वैसे क्षेत्रों में विशेष निगरानी एवं आवश्यक उपाय कर रोकथाम की जा सके। इधर, चार मई से शुरू हुए लॉकडाउन-3 में बहुत कुछ में छूट दी गई है। मगर, कंटेनमेंट जोन में कोई छूट नहीं है। ग्रीन जोन, ऑरेंज जोन और कुछ हद तक रेड जोन में भी छूट है लेकिन कंटेनमेंट जोन में किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं है। कंटेनमेंट जोन में पहले जैसी ही स्थिति बरकरार रहेगी। अर्थात, अति आवश्यक कार्यों के अलावा किसी प्रकार की अन्य छूट नहीं होगी। मगर, यहां मामला उतना प्रभावी नहीं दिखता है। इसे लेकर आम लोगों में रोष है।

सिलीगुड़ी महकमा शासक सुमंत सहाय ने कहा की कंटेनमेंट जोन में अति आवश्यक कार्यों को छोड़ कर सब कुछ वर्जित है। सिलीगुड़ी अंतर्गत कंटेनमेंट जोन में विशेष निगरानी बरती जा रही है। घर-घर में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (सारी) व फीवर (बुखार) के सर्वे कराए गए हैं व जा रहे हैं। प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य संबंधी मामलों को देखा जा रहा है। वहीं, अन्य मामलों की निगरानी पुलिस कर रही है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की नई सूची के तहत उत्तर बंगाल में चार जिला दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग व मालदा भी 'रेड जोन' घोषित किया गया है। गत 30 अप्रैल तक उत्तर बंगाल के आठ में से एक भी जिला 'रेड जोन' नहीं था। मगर, अब एकबारगी ही चार जिले दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग व मालदा 'रेड जोन' करार दे दिए गए हैं। वैसे राज्य सरकार की कंटेनमेंट जोन की सूची वाले जिलों में भी ये चारों जिले शामिल हैं। 

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