स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों को खोलने की उठी मांग
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी स्कूल कॉलेज व विश्वविद्यालयों के नहीं खुलने से विद्यार्थियों की पढ़ाई-
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों के नहीं खुलने से विद्यार्थियों की पढ़ाई- लिखाई को नुकसान होने की बात करते हुए एआईडीएसओ की ओर से सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया गया। उक्त धरना व प्रदर्शन कार्यक्रम एआईडीएसओ राज्य कमेटी के निर्देश पर किया गया, जिसका नेतृत्व दार्जिलिंग जिला एआईडीएसओ कमेटी ने दिया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों को नहीं खोलने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में फंसते चला जा रहा है। लाखों की संख्या में बच्चों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार को इस बारे में ध्यान देना चाहिए। उनकी ओर से जल्द से जल्द राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों को खोलने की अपील की गई है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया के माध्यम से भी स्कूली बच्चों के अभिभावक जल्द से जल्द विद्यार्थियों के हित में स्कूल खोलने की माग कर रहे हैं। अभिभावकों की ओर से सोशल मीडिया में डाले गए पोस्ट में कहा गया है कि विगत 2 सालों से उनके बच्चों को भविष्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। कोरोना के नाम पर लंबे समय से स्कूलों को बंद रखा गया है, लेकिन अब समय आ गया है कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को खोला जाए तथा एक तय नियम के तहत पठन-पाठन कराया जाए। ----------------
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों के नहीं खुलने से विद्यार्थियों की पढ़ाई- लिखाई को नुकसान होने की बात करते हुए एआईडीएसओ की ओर से सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया गया। उक्त धरना व प्रदर्शन कार्यक्रम एआईडीएसओ राज्य कमेटी के निर्देश पर किया गया, जिसका नेतृत्व दार्जिलिंग जिला एआईडीएसओ कमेटी ने दिया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों को नहीं खोलने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में फंसते चला जा रहा है। लाखों की संख्या में बच्चों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार को इस बारे में ध्यान देना चाहिए। उनकी ओर से जल्द से जल्द राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों को खोलने की अपील की गई है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया के माध्यम से भी स्कूली बच्चों के अभिभावक जल्द से जल्द विद्यार्थियों के हित में स्कूल खोलने की माग कर रहे हैं। अभिभावकों की ओर से सोशल मीडिया में डाले गए पोस्ट में कहा गया है कि विगत 2 सालों से उनके बच्चों को भविष्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। कोरोना के नाम पर लंबे समय से स्कूलों को बंद रखा गया है, लेकिन अब समय आ गया है कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को खोला जाए तथा एक तय नियम के तहत पठन-पाठन कराया जाए।