छोटे कद के दंपत्ति को मिली बड़ी खुशी
- पत्नी तीन फीट दो इंच तो पति तीन फीट का - शादी के दस साल बाद मिला संतान सुख - सिलीगुड़
- पत्नी तीन फीट दो इंच तो पति तीन फीट का
- शादी के दस साल बाद मिला संतान सुख
- सिलीगुड़ी के चिकित्सकों ने दिखाई दरियादिली
-उत्तर बंगाल में अपने तरह का पहला मामला
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शादी के बाद संतान सुख प्राप्त होने का सपना हर एक दंपत्ति का होता है। जब वह सपना पूरा होता है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। ऐसे में अगर कोई बामन दंपत्ति यानी सामान्य से काफी छोटे कद के इंसान को संतान सुख की प्राप्ति होती है, तो उसकी खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसी ही खुशी सिलीगुड़ी के एक बामन दंपत्ति के चेहरे पर देखने को मिली।
दर असल सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में तीन फीट की महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। उत्तर बंगाल में इस तरह का यह पहला मामला है। महिला की लंबाई 3 फीट 2 इंच जबकि उसके पति की लंबाई 3 फीट बताई गई है। महिला का नाम सोहरा खातून ( 27) और उसके पति का नाम मोहम्मद नजीर (30) है। ये लोग जलपाईगुड़ी जिले के उदलाबाड़ी के रहने वाले हैं। परिवार में यही लोग इतनी कम लंबाई के हैं। दोनों के माता पिता व भाई बहन सामान्य कद काठी के हैं।
बताया गया कि जलपाईगुड़ी जिले के ही बानरहाट निवासी सोहरा खातून की शादी उदलाबाड़ी निवासी मोहम्मद नाजीर के साथ वर्ष 2009 में हुई थी। संतान सुख का सपना लिए महिला ने इससे पहले तीन बार गर्भधारण किया, लेकिन गर्भ ठहर नहीं सका। अंत में लोगों की सलाह पर उसके परिजनों ने सिलीगुड़ी पाकुड़तला मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल से संपर्क किया। उस निजी अस्पताल के निदेशक व गायनोकोलॉजिस्ट डॉ एके माझी ने बताया कि 30 वषरें की चिकित्सा पेशा में उनके सामने यह पहला मामला है। इसमें इतनी कम लंबाई की महिला का पांच दिन पहले ऑपरेशन के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रसव हुआ है। मंगलवार को इसे अस्पताल से छुट्टी दी गई।
उन्होंने बताया 8 महीना पहले जब महिला को इस अस्पताल में लाया गया तो हमलोगों ने भी इसे चुनौती के रूप में लिया और उसकी चिकित्सा शुरू की। इतनी कम लंबाई की महिला का प्रसव कराना काफी चुनौतीपूर्ण था, इसके बाद भी सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाया गया। चिकित्सकों की टीम ने पूरे उत्सुकता व समर्पण भाव से महिला की चिकित्सा की। जच्चा व बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं। बच्चे का वजन 2 किलो 200 ग्राम है जो सामान्य है। मां भी बच्चे को सामान्य महिला की तरह 'ब्रेस्ट फिडिंग' करा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चा अपने माता-पिता जैसे छोटे कद का नहीं होगा। जाच में पाया गया है कि बच्चा सामान्य होगा। डॉ माझी ने बताया कि महिला का पति नाजीर लॉटरी बेचकर अपना परिवार चलाता है, इसलिए शुरू से लेकर अब तक चिकित्सा का पूरा खर्च अस्पताल ने उठाया है। बच्चे के जन्म पर खुशी व्यक्त करते हुए दंपत्ति ने बताया कि 2009 में उनकी शादी हुई। दोनों के माता पिता व भाई बहन सामान्य कद के हैं। अपने-अपने परिवार में वहीलोग छोटे कद के हैं। मंगलवार दोपहर महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।