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मां-बाप से झगड़ा कर घर से भागी युवती को आरपीएफ ने बचाया

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे परिसर से भागे हुए बच्चे को सफलतापूर्वक बचा रहा है। वर्ष 2018 के दौरान आरपीएफ ने 708 नाबालिग बच्चों को बचाया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 10:55 AM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2019 10:55 AM (IST)
मां-बाप से झगड़ा कर घर से भागी युवती को आरपीएफ ने बचाया

सिलीगुड़ी, जेएनएन। अपने मां-बाप से झगड़ा कर घर से भागी युवती को एनएफ रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ की महिला आरक्षी ने बचा लिया।

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एनएफ रेलवे से मिली जानकारी आरपीएफ की ड्यूटी महिला टीम कनकलता वाहिनी ने सोमवार की दोपहर लगभग 12-30 बजे उक्त युवती रंगिया स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के अंतिम छोर पर स्थित फूट ओवर ब्रिज पर अकेले असहाय अवस्था में घूम रही थी। महिला टीम ने लड़की से संपर्क किया और उसकी घबराहट के कारणों के बारे में पूछताछ की। इस दौरान लड़की ठीक से जवाब नहीं दे पाई और रोने लगी। आरपीएफ की टीम ने युवती को रंगिया स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट पर ले आई तथा उससे फिर से पूछताछ की।

पूछताछ में युवती ने अपने नाम के साथ-साथ पते का भी खुलासा किया तथा बताया कि वह नवोदय विद्यालय की छात्र थी और साइंस स्ट्रीम में हायर सेकेंडरी 12वीं परीक्षा दे चुकी है। उसका अपने माता-पिता से कुछ झगड़ा हुआ था, जिससे वह घर से भाग गई है तथा रंगिया स्टेशन के नजदीक अपने दादा-दादी के पास जाएगी।

युवती रंगिया पहुंचने के बाद न तो वह घर का पता लगा सकी और नहीे अपने घर वापस जाने का रास्ता खोज पाई।बाद में युवती द्वारा दिए गए फोन नंबर पर आरपीएफ ने उसके पिता से संपर्क किया तो युवती के पिता ने आरपीएफ से उसके दादा को स्टेशन पर पहुंचने तक अपने पास रखने का अनुरोध किया।

कुछ देर पर युवती के अभिभावक रंगिया स्टेशन पहुंचे तथा औपचारिकताएं पूरी करने के बाद युवती को उसके अभिभावक को सौंप दिया गया।

उल्लेखनीय है कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे परिसर से भागे हुए बच्चे को सफलतापूर्वक बचा रहा है। वर्ष 2018 के दौरान आरपीएफ ने 708 नाबालिग बच्चों को बचाया और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद या तो उनके माता-पिता या चाइल्ड लाइन जैसे विभिन्न गैर सरकारी संगठनों को सौंप दिया गया।


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