West Bengal: ट्रैफिक पुलिस के जाते ही सड़क पर दौड़ने लगती है ‘मौत’!
सिलीगुड़ी शहर की सड़कों पर दिनभर जाम की समस्या तो वहीं रात में तेज रफ्तार के साथ चलने वाली गाड़ियां आतंक मचाए रहती है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सिलीगुड़ी शहर की सड़कों पर दिनभर जाम की समस्या तो वहीं रात में तेज रफ्तार के साथ चलने वाली गाड़ियां आतंक मचाए रहती है। रात के समय शहर की सड़को पर बेलगाम होकर दौड़ने वाली गाड़ियों में एक ने फिर मौत बांटा है। बीते शनिवार की देर रात तेज रफ्तार वाली एक गाड़ी ने एक अधेड़ को करीब डेढ़ किलोमीटर तक घसीट कर मौत की गोद में सुला दिया।
शहर में सुबह से शाम तक ट्रैफिक पुलिस के ड्यूटी पर रहने तक नियंत्रित रहती है रफ्तार और फिर उसके बाद हो जाती है बेकाबू। शनिवार की रात सड़क हादसे की इस घटना ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की सुरक्षा व ट्राफिक व्यवस्था पर कई सवाल खड़ा कर रही है। मृतक की पहचान कनक सरकार (45) के रूप में कराई गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृत कनक सरकार शहर के 34 नंबर वार्ड स्थित सूर्यसेन कॉलोनी के निवासी थे। न्यू जलपाईगुड़ी थाना से सटे रेलवे अस्पताल के सामने उनका एक दवाई का दुकान है। शनिवार की रात वे दुकान बंद कर अपनी स्कूटी पर सवार होकर घर की तरफ लौट रहे थे।
उसी क्रम में न्यू जलपाईगुड़ी थाना अंतर्गत राजाहोली इलाके में अन्य एक स्कूटी के साथ उनकी मामूली सी टक्कर हो गई। टक्कर लगने से नियंत्रण खोकर वे सड़क पर गिर पड़े। खड़े होने ही वाले थे कि एक छोटी गाड़ी उन्हें समेटते हुए गुजर गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब डेढ़ किलोमीटर तक कनक सरकार मौत से लड़ते रहे।
छोटी गाड़ी से संपर्क होने के क्रम में उनसे अचानक बम्पर पकड़ा गया। बम्पर और बोनट पकड़ कर करीब डेढ़ किलोमीटर तक वे सड़क के साथ घसीटे गए। इस क्रम में बचाओ-बचाओ चीखने के साथ कई बार उन्होंने चालक से गाड़ी रोकने की गुहार लगाई, लेकिन यमदूत बने चालक ने ब्रेक नहीं लगाया। अंत में हिमाचल संघ क्लब के पास कनक सरकार नीचे गिर गए। और गाड़ी रफ्तार के साथ नेताजी मोड़ होते हुए फरार हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने ऐश (राख) रंग की एक बोलेरो गाड़ी बताया है। हालांकि किसी ने भी गाड़ी का नंबर संज्ञान में नहीं लिया। इस घटना के साक्षी 30 नंबर वार्ड के पार्षद स्वपन दास ने बताया कि वे गोपाल मोड़ पर खड़े थे। घातक बोलेरो गाड़ी काफी तेज रफ्तार से निकली। उसके पल भर बाद ही हादसे की खबर मिली। इस घटना को लेकर देर रात तक इलाके में उत्तेजन रही। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने ही गाड़ी से गिरते ही कनक सरकार को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल तक पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है। सिलीगुड़ी की सड़कों पर दिन भर जाम की समस्या गहराई रहती है। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस द्वारा निर्धारित ट्राफिक समय सुबह के 9 से रात के 9 तक गाड़ियां रेंगती नजर आती है। वहीं ट्राफिक समाप्त होते ही छोटी गाड़ियां रफ्तार के साथ मौत लिए फिरती है। यह घटना भी उसी का उदाहरण है।
पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था तब खोखली नजर आती है, जब इस घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस घातक गाड़ी की तलाश करने में विफल रही है। बल्कि पुलिस की पेट्रोलिंग वैन भी गाड़ी को पकड़ नहीं सकी। जबकि हादसा न्यू जलपाईगुड़ी थाना की नाक से सटे इलाके में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो घातक गाड़ी तीन बत्ती मोड़ की ओर से आई और नेताजी मोड़ से होते हुए गोपाल मोड़ होकर निकल गई। शहर की सुरक्षा के लिए लगाए सीसीटीवी से भी इस गाड़ी का पता नहीं चल पाया है। न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस ने बताया कि घातक गाड़ी की तलाश जारी है। इलाके के सभी सीसीटीवी की फूटेज को खंगाला जा रहा है। घटना को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अधिकारी बयान देने से कतरा रहे हैं।