ऋतिक उत्सव का हुआ शुभारंभ
-पहले दिन माई नेम इज गौहर जान नाटक का मंचन -विभिन्न जिलों से आई हैं कई मंडलियां जागर
-पहले दिन माई नेम इज गौहर जान नाटक का मंचन
-विभिन्न जिलों से आई हैं कई मंडलियां
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : ऋतिक नाट्य मंडली की ओर से ऋतिक उत्सव का शुभारंभ स्थानीय दीनबंधु मंच में हुआ। जिसका उद्घाटन नाट्य जगत में दो उभरते कलाकार दीपिका दास और अरिद पाल सहित अन्य सदस्यों के द्वारा किया गया। इस अवसर पर नाट्य जगत से जुड़ी महान हस्ती व्योमकेश घोष को मलय घोष नाट्य सम्मान से नवाजा गया। यह उत्सव आठ दिसंबर तक चलेगा। ऋतिक उत्सव के शुभारंभ के अवसर पर प्रांतिक, बहरमपुर की नाट्य मंडली के द्वारा माई नेम इज गौहर जान नाटक प्रस्तुत किया गया। जिसके माध्यम से एक शास्त्रीय संगीत गायिका गौहर जान की जीवनी पर रोशनी डाली गई। इसमें बताया गया कि गौहर जान शास्त्रीय संगीत छोड़ अपना घर बसाना चाहती है। लेकिन इसके लिए उन्हें कई प्रताड़नाओं से गुजरना पड़ा। इसे बहुत ही खुबसूरती के साथ नाटक के माध्यम से दर्शाया गया है। जिसे दर्शकों के द्वारा खूब सराहा गया। इस उत्सव के तहत पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से नाट्य मंडलियां आई है। जो अपने हुनर का जलवा मंच पर बिखेरेगी। नाट्य मंडली की ओर से बताया गया कि इस प्रकार के आयोजनों का प्रमुख उद्देश्य है नई पीढ़ी को इस कला से जोड़ना। कार्यक्रम को सफल बनाने में ऋतिक नाट्य मंडली की ओर से अध्यक्ष रत्न नंदी, सचिव शास्वत रंजन मैत्र, प्रणव कुमार भट्टाचार्य, संजय दे, कुशल बोस की सक्रिय भूमिका रही।